तिहाड़ जेल पर राज करता था चार्ल्स शोभराज, 'ब्लैक वारंट' के जेलर की नौकरी लगवाने में भी था हाथ
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तिहाड़ जेल के पूर्व जेलर सुनील गुप्ता ने सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज से जुड़े कई किस्से सुनाए. उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें पुलिस की नौकरी दिलवाने में सीरियल किलर का बड़ा हाथ था. साथ ही वो बताते हैं कि कैसे चार्ल्स शोभराज तिहाड़ जेल पर राज किया करता था.
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई सीरीज 'ब्लैक वारंट' में दिल्ली के तिहाड़ जेल की कहानी दिखाई गई है. हाल ही में इसका एक ट्रेलर भी रिलीज किया गया है. कपूर परिवार की चौथी पीढ़ी से जहान कपूर इस शो में लीड रोल प्ले करने जा रहे हैं.
जहान, शशि कपूर के पोते हैं. फिल्ममेकर विक्रमादित्य मोटवानी की ये वेब सीरीज, तिहाड़ जेल के पूर्व जेलर सुनील कुमार गुप्ता की लिखी हुई किताब 'ब्लैक वारंट' पर आधारित है. इसमें पूर्व जेलर ने अपने तिहाड़ जेल में कार्यरत कई सारे किस्सों का वर्णन किया है.
सुनील गुप्ता ने कुछ समय पहले 'द लल्लनटॉप' से बातचीत में अपने तिहाड़ जेल के दिनों के बारे में बात की थी. उन्होंने इस बीच सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज के किस्से साझा किए. साथ ही उन्होंने तिहाड़ जेल में हुए कई सारे अनसुने किस्सों को भी बताया.
'बिकिनी किलर' चार्ल्स शोभराज से साथ हुआ वाकया
सुनील गुप्ता ने अपने इंटरव्यू में पुलिस की नौकरी को जॉइन करने का किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि तिहाड़ जेल में उनकी नौकरी लगाने में एक बड़ा हाथ 'सीरियल किलर' या कहें 'बिकिनी किलर' चार्ल्स शोभराज का था. वो बताते हैं, 'जब मैं तिहाड़ जेल में आया, वो हमारा पहला बैच था दिल्ली का, जिसे जेल को संभालना था. हमसे पहले हरियाणा और पंजाब से पुलिस अफसर आया करते थे तिहाड़ को संभालने. उस वक्त हमारे जो सुपरिटेंडेट थे वो भी हरियाणा के ही थे.'
'जब मैं वहां गया तो जो सुपरिटेंडेट थे उन्होंने मुझे बुलाया और पूछा कि आप यहां क्यों आए हैं. मैंने बताया कि मैं यहां सहायक अधीक्षक की नौकरी करने आया हूं. उन्होंने जवाब दिया कि यहां ऐसी कोई पोस्ट की जरूरत नहीं. मैंने बोला कि आपको बता चुका था कि मैं दो महीने बाद जॉइन कर रहा हूं. मैं अपनी रेलवे की नौकरी छोड़कर आया हूं. लेकिन उन्होंने मुझे मना कर दिया. मैं जाकर बाहर बैठ गया. इतने में मेरे पास एक बड़ा जेनटलमैन टाइप आदमी आया. मैं काफी निराश बैठा था. मैं उसे देखकर खड़ा हो गया. मुझे लगा कि वो शायद जेल के कोई बड़े ऑफिसर होंगे क्योंकि उनके साथ भी और लोग खड़े थे.