![अमिताभ के डायलॉग पर गुस्से में सीट फाड़ते लोग, 'जुम्मा' का अधूरा वादा और 'अग्निपथ' की दिलचस्प कहानी](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202502/67a9db61d9e62-agneepath-film-behind-the-scenes-story-105628298-16x9.jpg)
अमिताभ के डायलॉग पर गुस्से में सीट फाड़ते लोग, 'जुम्मा' का अधूरा वादा और 'अग्निपथ' की दिलचस्प कहानी
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क्या आपको पता है कि अमिताभ ने जिस तरह ये डायलॉग फिल्म में बोला, आवाज बदलने का उनका वो अंदाज शुरुआत में जनता को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया था. आज बॉलीवुड की कल्ट-क्लासिक बन चुकी 'अग्निपथ' से जुड़ी कई ऐसी दिलचस्प बातें हैं जिन्हें जानने के बाद ये फिल्म दोबारा देखने में आपको और मजा आने लगेगा.
हिंदी फिल्मों के 'महानायक' अमिताभ बच्चन की मिमिक्री के लिए पहचाने जाने वाले हर कलाकार ने उनकी दमदार आवाज की नकल करते हुए फिल्म 'अग्निपथ' (1990) से उनका डायलॉग जरूर बोला है. 'विजय दीनानाथ चौहान... पूरा नाम' अमिताभ ने फिल्म 'अग्निपथ' में जिस अंदाज में ये डायलॉग बोला, वो उनका सिग्नेचर बन गया. ये डायलॉग बोलते हुए फिल्म में अमिताभ की आवाज उससे भी ज्यादा गहरी थी, जितनी रियल में है.
लेकिन क्या आपको पता है कि अमिताभ ने जिस तरह ये डायलॉग फिल्म में बोला, आवाज बदलने का उनका वो अंदाज शुरुआत में जनता को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया था. लोगों को इस आवाज से इतनी समस्या थी कि फिल्म रिलीज होने के तुरंत बाद अमिताभ को अपनी डबिंग दोबारा करनी पड़ी थी. गैंगस्टर ड्रामा फिल्मों के मामले में आज बॉलीवुड की कल्ट-क्लासिक बन चुकी 'अग्निपथ' से जुड़ी कई ऐसी दिलचस्प बातें हैं जिन्हें जानने के बाद ये फिल्म दोबारा देखने में आपको और मजा आने लगेगा.
अमिताभ को कैसे आया आवाज बदलने का आईडिया? 'कौन बनेगा करोड़पति' के एक एपिसोड में अमिताभ ने बताया था कि 'अग्निपथ' के लिए उन्होंने अपनी आवाज में जो बदलाव किया, उसका आईडिया कहां से आया था. फिल्म के शूट का पहला दिन था और अमिताभ मेकअप रूम में बैठे थे. उन्हें ये समझ नहीं आ था कि ये किरदार कैसे निभाया जाए.
'अग्निपथ' के डायरेक्टर मुकुल आनंद ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें इस किरदार के लिए एक बहुत अलग, भारी आवाज में डायलॉग बोलने चाहिए. अमिताभ ने आगे बताया, 'फिल्म के कंपोजर कल्याण जी-आनंद जी से मिलने उनके घर एक आदमी आया करता था, जिसकी आवाज बहुत भारी थी. तो मुझे लगा कि क्यों ना विजय की आवाज इस आदमी के अंदाज में निकाली जाए. बाद में मुझे पता लगा कि वो आदमी अंडरवर्ल्ड बैकग्राउंड से था.'
लेकिन ये आवाज ऑडियंस को पसंद नहीं आई. अमिताभ ने कहा, 'जब फिल्म रिलीज हुई तो प्रोड्यूसर ने मुझे ये बताने के लिए कॉल किया कि थिएटर्स में बवाल मचा हुआ है. दर्शक सीटें फाड़ रहे हैं और साउंड डिपार्टमेंट से कह रहे हैं- 'ये अमिताभ की आवाज नहीं है, साउंड सिस्टम ठीक करो.' तो इस समस्या का हल निकालने के लिए मुझे नॉर्मल आवाज में पूरी फिल्म दोबारा से डब करनी पड़ी. लेकिन वो पहली आवाज बहुत असरदार थी.'
'जुम्मा' का अधूरा वादा 1991 में आई अमिताभ बच्चन की फिल्म 'हम' का गाना 'जुम्मा चुम्मा' आज भी बहुत पॉपुलर है. मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने ये गाना कंपोज किया था. लेकिन ये गाना असल में 'हम' के लिए नहीं, बल्कि 'अग्निपथ' के लिए लिखा गया था. फिल्म के डायरेक्टर मुकुल आनंद को शूट के बीच में ये महसूस हुआ कि अमिताभ के किरदार में किसी भी तरह का लाइट मूड नहीं है और पूरी फिल्म में ये किरदार बहुत गंभीर टोन लिए हुए है.