AFG vs NZ only Test Match: अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड मैच में बदहाली चरम पर, किराए पर लिए पंखे और कवर... मैदान सुखाने के लिए लगाई ये 'जुगाड़'
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अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में टेस्ट मैच का आज (10 सितंबर) दूसरा दिन है, लेकिन यह टेस्ट मैच अब तक शुरू नहीं हो पाया है. हद तो यह रही कि गीली आउटफील्ड को सुखाने के लिए कई तरह की जुगाड़ लगाई गईं, इसके बाद भी यह मुकाबला शुरू नहीं हो पाया है.
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में टेस्ट मैच का आज (10 सितंबर) दूसरा दिन है, लेकिन यह टेस्ट मैच अब तक शुरू नहीं हो पाया है. हद तो यह रही कि गीली आउटफील्ड के लिए कई तरह की जुगाड़ तक लगाई गईं, इसके बाद भी यह मुकाबला शुरू नहीं हो पाया है.
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक खेल परिसर में घटिया जल निकासी, गीली आउटफील्ड और दयनीय सुविधाओं के कारण ऐतिहासिक एकमात्र टेस्ट मैच दूसरे दिन भी मैच शुरू नहीं हो पाया है.पहला दिन एक भी गेंद फेंके बिना रद्द कर दिया गया था.
उम्मीद थी कि अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच यह ऐतिहासिक टेस्ट होगा. लेकिन यह खिलाड़ियों के लिए अब तक निराशाजनक साबित हुआ है. अफगान खिलाड़ी निराश हैं, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी स्टेडियम की स्थिति देखकर हैरान हैं. आयोजक अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट के लिए बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाए हैं.
गीले आउटफील्ड के कारण पूरा दिन धुल जाने के बाद, ग्राउंड स्टाफ ने मिड-ऑन के पास दो से तीन फीट की खुदाई की है. उन्होंने प्रभावित क्षेत्र पर सूखी मिट्टी और कृत्रिम घास लगाने की कोशिश की, लेकिन यह तैयार नहीं दिख रहा है. पूरा आउटफील्ड इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए उपयुक्त नहीं दिख रहा है क्योंकि यह कीचड़ से भरा हुआ है. इससे खिलाड़ियों को चोट लगने का खतरा हो सकता है, भले ही खेल को संभव बनाने के लिए अस्थायी व्यवस्था की गई हो.
Sad to see that the toss has been delayed. This is how you prepare for a test match? @ICC @ACBofficials @BLACKCAPS What is happening on the ground Yesterday it’s rained for around 2 hours in break. pic.twitter.com/bUspWvsQDc
मैच के लिए तैयार नहीं थे आयोजक.... 'आजतक' को जो जानकारी है, उसके मुताबिक- ग्राउंड स्टाफ में 20-25 सदस्य हैं और 15 आउटसोर्स हैं. मैदान में पांच सुपर सोपर हैं जिनमें दो ऑटोमैटिक और तीन मैनुअल हैं. यहां तक कि कवर और पंखा भी टेंट हाउस से किराए पर लिया गया है.
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