70 साल पहले विलुप्त हो चुके चीता की होगी भारत में वापसी, पर्यावरण मंत्री ने बताया प्लान
Zee News
एनटीसीए के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि चीता को फिर से लाने की योजना कोविड-19 के कारण अधर में लटक गई थी.
नई दिल्लीः 1952 में विलुप्त हो जाने के बाद चीता एक बार फिर भारत में नजर आने के लिए तैयार हैं. केंद्र सरकार ने बुधवार को एक कार्य योजना की घोषणा की जिसके तहत अगले पांच वर्ष में 50 चीता देश में लाए जाएंगे.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की 19वीं बैठक में कार्य योजना की शुरुआत करते हुए कहा, “स्वतंत्र भारत में विलुप्त हो चुके चीता भारत में वापसी के लिए तैयार हैं.
HMPV Virus in India: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप ने वैश्विक चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारत भी इस वायरस पर नजर रखे हुए है. इसके लक्षण COVID-19 जैसे ही हैं और इसका कोई टीका नहीं है. भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि श्वसन संक्रमण में कोई खास वृद्धि नहीं होगी. इसके प्रसार को रोकने के लिए सामान्य सावधानियों की सलाह दी जाती है.
ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी. इससे पहले भारत-चीन सीमा विवाद पर भी सहमति बनाने की कोशिश हुई थी. इससे दोनों देशों के बीच संबंध पटरी पर आने की उम्मीदें बढ़ गई थी, लेकिन विस्तारवादी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और इन उम्मीदों को झटका दे रहा है.