Ind Vs Pak T20 WC: 'सबका नंबर आएगा', ये 3 सीख दे गया भारत-पाकिस्तान का महारोमांचक मुकाबला!
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भारत को जीत के लिये 12 गेंदों में 31 रन बनाने थे. हैरिस राउफ़ के ओवर में कोहली के मारे 2 छक्कों की बदौलत 15 रन आये और फिर आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिये थे. पहली गेंद पर हार्दिक का विकेट खोने के बाद भी इंडिया ने जीत हासिल की. क्यूंकि पाकिस्तान के पास गेंदबाज़ी में मोहम्मद नवाज़ के अलावा और कोई विकल्प नहीं था. एक तरफ़ नसीम शाह और शादाब ख़ान ने अपने 4-4 ओवरों में 6 से कम की इकॉनमी से रन दिए, वहीं मोहम्मद नवाज़ ने अपने 4 ओवरों में 42 रन दे दिए.
इस बात को कोई नकार नहीं सकता कि भारतीय क्रिकेट की क्वालिटी न केवल बहुत दूर निकल आयी है बल्कि जहां है, कई गुना बेहतर स्थिति में है. 10 ओवर में 45 रन बनाने के बाद अगली 60 गेंदों में 115 रन बनाने थे. टार्गेट पकड़ लिया जायेगा, 10-15 साल पहले ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता था. लेकिन 23 अक्टूबर 2022 को भारतीय टीम ने ऐसा कर दिखाया. पहले 10 ओवरों में 45 रन बनाने वाली टीम अंतिम 45 रन 17 गेंदों में बनाती है. टी-20 का असली खेल उसकी परिस्थितियों में है, आंकड़े बैक-सीट लेते हैं. हम ऐसे मैचों के गवाह बन चुके हैं कि इस खेल में कुछ भी असंभव नहीं लगता है. भारत और पाकिस्तान के बीच ये मैच इस बात में हमारा विश्वास और भी पुख्ता करता है. साढ़े तीन घंटे के इस पूरे मैच में बहुत सी ऐसी बातें सामने आयीं जिन्हें सबक के तौर पर लिया जा सकता है. लिया जाना चाहिये भी.
शुरुआती विकेट्स
गेंदबाज़ी में ऐसा ज़रूरी है लेकिन बल्लेबाज़ी के दौरान ऐसा नहीं होने देना है. हमने देखा कि कैसे पॉवरप्ले के भीतर दोनों टीमों ने अपने-अपने ओपनर्स खोये और दोनों टीम रन बनाने के लिये जूझती दिखीं. अर्शदीप सिंह और भुवनेश्वर कुमार ने शानदार स्विंग गेंदबाज़ी का उदाहरण सामने रखा और अर्शदीप ने तो अपने पहले वर्ल्ड कप की पहली गेंद पर विकेट भी हासिल किया. वहीं इंडिया की तरफ़ से केएल राहुल प्लेड ऑन हुए और रोहित शर्मा गेंद की तेज़ रफ़्तार के शिकार बने और स्लिप में उनका अच्छा कैच पकड़ा गया.
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जान से भरे ट्रैक पर, तेज़ और स्विंग हो रही गेंदों को पढ़ने में बल्लेबाज़ बहुत सहज नहीं दिख रहे थे और इसी फेर में, 7वें ओवर में ही 4 विकेट खोने के बाद कोहली और हार्दिक को सावधानी से आगे बढ़ना पड़ा, जिसकी बदौलत आस्किंग रन रेट लगातार बढ़ता गया. विकेट्स बचाकर रखना क्यूं ज़रूरी है, ये वहां से समझ आता है कि जब आख़िरी ओवर की पांचवीं गेंद पर कार्तिक आउट हुए तो आख़िरी गेंद खेलने के लिये अश्विन आये जो टी-20 में ठीक-ठाक बल्लेबाज़ी कर लेते हैं.
"ज्यादा ब्याकुल नहीं होना है"
रविवार को जो कुछ हुआ, उसे भारतीय फैन्स भविष्य में कभी याद भी नहीं करना चाहेंगे. इस एक दिन में सिर्फ 6 घंटे के अंदर ही भारतीय टीम को 3 मैचों में हार झेलनी पड़ी है. इस दौरान एक मुकाबला तो ऐसा रहा है, जिसके हारते ही भारतीय टीम एक बड़ा खिताब जीतने से चूक गई. बता दें कि इन 3 हार में एक भारतीय सीनियर टेस्ट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर में मिली है.