'बुमराह को संभालकर रखे भारत', इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने चेताया- हर टूर्नामेंट में उतारने के लोभ से बचे टीम इंडिया
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दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलैंडर ने जसप्रीत बुमराह की खूब तारीफ की है. उन्होंने कहा कि भारत को अपने इस शानदार गेंदबाज का कार्यभार प्रबंधन करते हुए उन्हें हर सीरीज और टूर्नामेंट में उतारने के लोभ से बचना होगा.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज वेर्नोन फिलैंडर ने जसप्रीत बुमराह की तारीफ की है. फिलैंडर ने कहा कि बुमराह ने तेज गेंदबाजों के लिए ऊंचे मानदंड कायम किए हैं. साथ ही उन्होंने चेताया कि भारत को अपने इस शानदार गेंदबाज का कार्यभार प्रबंधन करते हुए उसे हर सीरीज और टूर्नामेंट में उतारने के लोभ से बचना होगा.
फिलैंडर ने एसए 20 लीग के दौरान कहा, ‘बुमराह ने गेंदबाजों के लिए ऊंचे मानदंड कायम किए हैं. रफ्तार पर उनका नियंत्रण शानदार है. यदि आप कैलेंडर वर्ष में भारत द्वारा खेले जाने वाले खेलों की संख्या पर गौर करें, तो यह भार काफी अधिक है.' इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज के लिए बुमराह का टीम इंडिया स्क्वॉड में नाम नहीं है.
'महत्वपूर्ण सीरीज और टूर्नामेंटों के लिए बचाकर रखना होगा'
उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम प्रबंधन को इस पर गौर करना होगा. बुमराह जैसे खिलाड़ी को महत्वपूर्ण सीरीज और टूर्नामेंटों के लिए बचाकर रखना होगा. टूर्नामेंटों के बीच उसका कार्यभार प्रबंधन जरूरी है. अब आईपीएल में टीम चाहेगी कि वह सारे मैच खेलें, लेकिन उसमें भी कार्यभार देखना होगा. ऐसे में उसे कम महत्वपूर्ण मैचों और सीरीज से आराम देकर दूसरे गेंदबाजों को मौका दिया जा सकता है.’
उन्होंने कहा,‘हालांकि यह काफी कठिन है क्योंकि आप हमेशा खेलना चाहते हैं और नए रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं.’ दक्षिण अफ्रीका के लिए 64 टेस्ट में 224 विकेट ले चुके फिलैंडर ने गेंदबाजों के कार्यभार को आगामी चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले बहस का बड़ा मुद्दा बताया.
उन्होंने कहा,‘मुझे लगता है कि गेंदबाजों के कार्यभार प्रबंधन के लिए फिटनेस ट्रेनर और फिजियो को मार्गदर्शन करना चाहिए. अब दुनिया भर में लीग खेली जा रही हैं और आपका शरीर एक निश्चित संख्या में ही गेंदबाजी कर सकता है तो आपको तय करना है कि सही समय और सही स्पर्धा में वे गेंद डाली जाए.चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले इस पर बहस जरूर होगी.’
अगले महीने पाकिस्तान की मेजबानी में ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 होने वाली है. इस टूर्नामेंट की जब शुरुआत हुई थी, तब इसका ऑफिशियल नाम 'ICC नॉकआउट' था. इसका इतिहास 27 साल पुराना है. तीसरा सीजन 2002 में हुआ, तब इसका नाम चैम्पियंस ट्रॉफी रखा गया. इस सीजन में भारतीय टीम और श्रीलंका ने संयुक्त रूप से इसे अपने नाम किया था.