ध्यान से देखिए! ये हैं डोडा में 5 जवानों की शहादत के गुनहगार, हर एक आतंकी की सूचना पर 5 लाख का इनाम
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जम्मू के डोडा इलाके में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले में शामिल तीन दहशतगर्दों के स्केच जारी किए गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों के स्केच जारी कर कहा कि इनकी जानकारी देने वालों को 5-5 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. इस आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे.
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा हमले में शामिल तीन आतंकवादियों के शनिवार को स्केच जारी किए. उनके बारे में सूचना देने पर पांच-पांच लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की. डोडा आतंकी हमले में एक कैप्टन समेत चार सैनिक शहीद हो गए थे. जम्मू क्षेत्र स्थित डोडा में हाल के महीनों में कई आतंकी घटनाएं हुई हैं. J&K Police Distt Doda Release Sketches Of (03) Terrorists who are Moving In Doda and Involved in recent Terror Incident at Urar Bagi area Of Dessa Doda. J&K Police Announces cash Reward Rs 5 Lac for providing Information for each Terrorists.
भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े देते हुए यह दावा किया गया है. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.
Amit Shah launched CBI Bharatpol: भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई, देश भर की एजेंसियों के साथ सहयोग के माध्यम से आपराधिक मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सुविधा प्रदान करती है. अब भारतपोल के लॉन्च होने से, हर भारतीय एजेंसी और सभी राज्यों की पुलिस आसानी से इंटरपोल से जुड़ सकेगी.
HMPV Virus in India: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप ने वैश्विक चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारत भी इस वायरस पर नजर रखे हुए है. इसके लक्षण COVID-19 जैसे ही हैं और इसका कोई टीका नहीं है. भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि श्वसन संक्रमण में कोई खास वृद्धि नहीं होगी. इसके प्रसार को रोकने के लिए सामान्य सावधानियों की सलाह दी जाती है.
ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी. इससे पहले भारत-चीन सीमा विवाद पर भी सहमति बनाने की कोशिश हुई थी. इससे दोनों देशों के बीच संबंध पटरी पर आने की उम्मीदें बढ़ गई थी, लेकिन विस्तारवादी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और इन उम्मीदों को झटका दे रहा है.