इस बच्ची ने फिर साबित किया जिंदगी बचाती हैं बेटियां, पिता के लिए कर रही ये बड़ा त्याग
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केरल हाई कोर्ट ने गुरुवार को 17 वर्षीय लड़की को अपने बीमार पिता को अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट करने की अनुमति दे दी है. एकल न्यायाधीश न्यायमूर्ति वीजी अरुण ने लड़की की दृढ़ता के लिए उसकी सराहना की और कहा कि धन्य हैं कि वे माता-पिता जिनके देवानंद जैसे बच्चे हैं.
नई दिल्लीः केरल हाई कोर्ट ने गुरुवार को 17 वर्षीय लड़की को अपने बीमार पिता को अपने लिवर का एक हिस्सा डोनेट करने की अनुमति दे दी है. रिपोर्ट के अनुसार, हाई कोर्ट ने नाबालिग लड़की को ट्रांसप्लांटेशन ऑफ 'ह्यूमन ऑर्गन एंड टिश्यू एक्ट, 1994 और नियमों की अन्य जरूरतों के अधीन अपने पिता की ट्रांसप्लांट सर्जरी करने के लिए लिवर का हिस्सा डोनेट करने की इजाजत दी है.
डॉक्टरों ने नहीं दी थी इजाजत रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने लड़की को अपने बीमार पिता को लिवर का हिस्सा दान करने की इजाजत नहीं दी थी, क्योंकि वह नाबालिग थी. इसके बाद नाबालिग लड़की देवानंद ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने लड़की की याचिका को स्वीकार करते हुए उसे अपने बीमार पिता को लिवर डोनेट करने की इजाजत दे दी.
भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े देते हुए यह दावा किया गया है. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.
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