राहुल गांधी को सबसे पहले किसने बोला था 'पप्पू', कैसे उनके साथ ये टैग जुड़ा और किस तरह उन्होंने इससे खुद को अलग किया
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Rahul Gandhi: राहुल गांधी को लेकर रविवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा ने कहा कि वह कोई पप्पू नहीं हैं. वह उच्च शिक्षित, पढ़े-लिखे, किसी भी विषय पर गहन सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि राहुल के साथ ये नाम कब से जुड़ा, क्यों जुड़ा और किस तरह उन्होंने इसे पीछे छोड़ दिया.
नई दिल्लीः Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका में हैं. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा ने रविवार को डलास में टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का परिचय कराते हुए कहा कि राहुल गांधी कोई पप्पू नहीं हैं. वह उच्च शिक्षित, पढ़े-लिखे, किसी भी विषय पर गहन सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं.
भारत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाएगा. इस दिन राष्ट्रपति झंडारोहण करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि विदेश में पहली बार भारत का झंडा किसने फहराया था? इसका जवाब है- भीकाजी कामा. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ न सिर्फ आवाज उठाई थी बल्कि भारत का झंडा लहराकर दुनिया में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को पहचान भी दिलाई थी.
भारत 31 मार्च को पूरे हो रहे वित्त वर्ष से पहले अपनी रक्षा क्षमताओं को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने की तैयारी में है. रिपोर्ट्स की मानें तो जनवरी, फरवरी और मार्च में 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा सौदे किए जाएंगे. इनमें राफेल मरीन फाइटर प्लेन से लेकर स्कॉर्पीन इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की खरीद शामिल है. भारत हेलिकॉप्टर और तोपों से जुड़े सौदे भी करने की तैयारी कर रहा है.
World Hindi Day: जब UN में बजा हिंदी का डंका, भारत के इस PM ने सबसे पहले दिया था देसी भाषा में भाषण!
World Hindi Day 2025: संयुक्त राष्ट्र की महासभा में पहली बार किसी नेता ने हिंदी में भाषण दिया था. हिंदी में बोलने की वजह से अटलजी का यह भाषण एतिहासक हो गया. बता दें कि विपक्षी दलों के नेता भी अटल बिहारी वाजेपयी का बेहद सम्मान करते थे.
IMD Alert for Fog: मौसम विभाग ने 10 जनवरी तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने कोहरे की चेतावनी दी है. दिल्ली में शीतलहर का प्रकोप रहा, तापमान में भारी गिरावट आई और दृश्यता कम हो गई. दिल्ली में AQI 326 रहा, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया. कम दृश्यता के कारण दिल्ली के हवाई अड्डे पर 300 से अधिक उड़ानें लेट हुईं.
भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े देते हुए यह दावा किया गया है. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.