पहली महिला जो विदेशी धरती पर फाइटर जेट से दहाड़ी, जानें कौन बनीं हर औरत के लिए मिसाल
Zee News
दुनियाभर की महिलाएं आज पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी देखने को मिल रही हैं. भारत भी इस मामले में किसी से पीछे नहीं रहा. आज हम बात करने जा रहे हैं भारत की पहली फाइटर जेट महिला पायलट के बारे में, जो आज पूरे देश की महिलाओं को प्रेरित करती हैं.
नई दिल्ली: 'म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के' आमिर खान की फिल्म 'दंगल' का ये डायलॉग आपने फिल्म के अलावा भी कई बार कई लोगों को कहते सुना होगा, लेकिन आज के वक्त में यही डायलॉग हर लड़की पर बिल्कुल फिट बैठता है. आज की औरतें हर क्षेत्र में नाम कमा रही हैं और वो कर दिखा रही हैं जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर पाते. ऐसा ही एक नाम है अवनी चतुर्वेदी का. जी हां, ये हम यहां भारत की पहली फाइटर जेट महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी की ही चर्चा कर रहे हैं, जो भारतीय वायु सेना में कार्यरत हैं.
भारत अपने डिफेंस सेक्टर को लगातार मजबूत कर रहा है. जवानों की एडवांस्ड ट्रेनिंग से लेकर हथियारों को हाईटेक बनाने पर जोर दिया जा रहा है. मौजूदा समय में भारत के हाईटेक हथियारों की बात की जाए तो इसमें ब्रह्मोस मिसाइल, जोरावर टैंक, Dragunov Sniper राइफल, नाग एमके-2, ब्लैक हॉर्नेट ड्रोन जैसे हथियार हैं, जो दुश्मन के दांत खट्टे करने में सक्षम हैं.
भारत का पहला राज्य कौन सा है? पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक फैले भारत में 28 राज्य और 8 संघ राज्य क्षेत्र हैं, जिन्हें केंद्र शासित प्रदेश भी कहा जाता है. हर राज्य की अपनी भाषा, संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन है. विविधता में एकता के सूत्रवाक्य के साथ भारत समृद्ध संस्कृति के इतिहास को संजोए हुए है. यहां नियमित दूरी पर बोली से लेकर वेशभूषाएं तक बदलती हैं. इतनी विविधता वाले भारत के नक्शे को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल होगा कि पहला राज्य कौन सा है?
भारतीय नौसेना के युद्धपोतों आईएनएस नीलगिरि, आईएनएस सूरत और आईएनएस वाघशीर को बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मुंबई के नौसेना गोदी (नेवल डॉकयार्ड) में शामिल किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार एक विध्वंसक, एक युद्ध पोत और एक पनडुब्बी एक साथ नौसेना में शामिल हुए हैं और तीनों ‘मेड इन इंडिया’ हैं.
भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में घुसपैठियों को चुन-चुनकर मारने की तैयारी कर रही है. इसके लिए भारतीय सेना आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए सैनिकों को तैयार करेगी. रिपोर्ट्स की मानें तो सैनिकों की तैयारियों के लिए सेना घरेलू रक्षा उद्योग से बड़ी मात्रा में सैन्य सामग्री की खरीद करेगी. इनमें सुरक्षात्मक कवच, निगरानी प्रणाली और ड्रोन समेत अन्य चीजें शामिल हैं.