![काबुल से भारत पहुंची श्रीगुरुग्रंथ साहब की तीन प्रतियां, केंद्रीय मंत्री ने की रिसीव](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/08/24/905813-hardeep.jpg)
काबुल से भारत पहुंची श्रीगुरुग्रंथ साहब की तीन प्रतियां, केंद्रीय मंत्री ने की रिसीव
Zee News
सिख समुदाय के लोगों का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वे फ्लाइट के अंदर ही 'जो बोले सो निहाल और वाहे गुरुजी का खालसा-वाहे गुरुजी की फतह' बोलते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शेयर किया था. जानकारी के अनुसार तालिबान के खौफ के बीच सोमवार को ही 78 लोगों को काबुल से दुशांबे पहुंचाया गया था और आज सभी लोग दिल्ली पहुंच गए हैं.
नई दिल्लीः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंसे भारतीयों को वापस लाने का सिलसिला लगातार जारी है. मंगलवार को दुशांबे से एयर इंडिया का विमान (AI 1956) 78 लोगों के साथ दिल्ली पहुंच गया. इनमें 25 भारतीय नागरिक भी शामिल थे. इसके अलावा इनके साथ अफगान सिख और हिंदू परिवार भी आए हैं. | Union Minister Hardeep Singh Puri brings three swaroops of Sri Guru Granth Sahib out of the Delhi airport. वहीं सिख समुदाय के कुछ लोग काबुल गुरुद्वारे से अपने साथ पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां सिर पर रखकर लाए थे, जिसे केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा नेता आरपी सिंह ने रिसीव किया और अपने सिर पर रखकर दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
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Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.