![ऋषि सुनक के पीएम बनने पर मायावती की पहली प्रतिक्रिया, बोलीं- देश में दलित पीएम नहीं बन पाया](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2022/10/27/1391082-mayawati-said-on-rishi-sunak.jpg)
ऋषि सुनक के पीएम बनने पर मायावती की पहली प्रतिक्रिया, बोलीं- देश में दलित पीएम नहीं बन पाया
Zee News
बसपा मुखिया मायावती ने कहा, भारतीय मूल के ऋषि सुनक के अन्तत: ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने पर भारत में कांग्रेस व भाजपा में ट्विटर वॉर चल रहा है. इसी क्रम में यह जांच तथा परख जरूरी है कि दलित, पिछड़े व उपेक्षितों का सच्चा हितैषी कौन है.
लखनऊ: भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बनने पर राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बसपा मुखिया मायावती ने कहा, भारतीय मूल के ऋषि सुनक के अन्तत: ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने पर भारत में कांग्रेस व भाजपा में ट्विटर वॉर चल रहा है. हर तरफ आरोप-प्रत्यारोप व इधर-उधर की बात जारी है, किन्तु उस राजनीतिक हक व इंसाफ की बातें नहीं की जा रही हैं. जिस कारण देश में अभी तक कोई दलित पीएम नहीं बन पाया है.
संकीर्ण एवं जातिवादी सोच को त्यागना ही होगा बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि ऐसे समय जब अमेरिका व यूरोप के अमीर व विकसित देश जबरदस्त संकटों के बुरे दौर से जुझ रहे हैं तथा स्थिति को संभालने के लिए नित्य नए प्रयोग कर रहे हैं, भारतीय हुक्मरानों को भी देशहित व यहां की जनता के भविष्य के लिए अपनी संकीर्ण एवं जातिवादी सोच को त्यागना ही होगा.
![](/newspic/picid-1269750-20250205131026.jpg)
भारत और पाकिस्तान दोनों के पास तरह-तरह की मिसाइलें हैं. लेकिन दोनों में से किस देश के पास ज्यादा घातक मिसाइल है? वैसे तो मिसाइलों के बीच तुलना उसकी रेंज, परमाणु क्षमता, सटीकता आदि से होती है. भारत और पाकिस्तान दोनों के पास परमाणु हथियार हैं. साथ ही कई तरह की मिसाइलें हैं. ऐसे में जानिए दोनों की प्रमुख मिसाइलों के बारे मेंः
![](/newspic/picid-1269750-20250205065229.jpg)
हिंद महासागर में हथियारों की होड़ मची है. चीन और पाकिस्तान के बढ़ते गठजोड़ के चलते भारत के लिए अपनी समुद्री रक्षा क्षमताओं को उन्नत स्तर पर ले जाना काफी अहम है. नई दिल्ली इस दिशा में लगातार जुटा हुआ है. अब रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत की परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी को 2025 के आखिर तक नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा. ये समुद्री सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण कदम होगा.