UP: सरकार गठन होते ही BJP लेगी भीतरघातियों और बागियों पर एक्शन
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उत्तर प्रदेश में सरकार गठन होते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संगठन में बदलाव की तैयारी है. भीतरघातियों और बाग़ियों पर कार्रवाई होगी. चुनाव में सक्रिय भूमिका न निभाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
उत्तर प्रदेश में सरकार गठन होते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ऑपरेशन क्लीन चला सकती है. इसके लिए संगठन में बदलाव की तैयारी कर ली गई है. सूत्रों के मुताबिक, भीतरघातियों और बागियों पर कार्रवाई करने की तैयारी है. खास बात है कि चुनाव में सक्रिय भूमिका न निभाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
हाल ही में क्षेत्रीय अध्यक्षों और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने समीक्षा बैठक की थी. उसमें ये बात सामने आयी थी कि कुछ जिलाध्यक्षों ने पार्टी के घोषित प्रत्याशी को जिताने के लिए सक्रिय भूमिका नहीं निभायी. इसके बाद से इन पार्टी पदाधिकारियों की रिपोर्ट तलब की गई है. अब इन पर कार्रवाई हो सकती है.
बीते दिनों ही हर जिलों में भितरघातियों और निष्क्रिय पदाधिकारियों की लिस्ट बनने लगी है. बीजेपी आलाकमान ने साफ कर दिया है कि भितरघाती और बागी बख्शे नहीं जाएंगे. पूरे चुनाव अभियान के दौरान निष्क्रिय रहे पदाधिकारियों के स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और साथ ही भितरघात करने वालों को सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान कई जिलों से नेताओं और कार्यकर्ताओं के भितरघात और गड़बड़ी किए जाने की शिकायत प्रदेश संगठन के पास पहुंची थी. इनमें कई जनप्रतिनिधि, टिकट के दावेदार और बूथ से लेकर जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर तक के नेता शामिल थे. अब इन पर पार्टी हाईकमान कार्रवाई करने वाली है.
इसके साथ ही बड़े पदों पर बैठे पार्टी पदाधिकारियों के कामों की समीक्षा भी होगी. खासतौर पर पार्टी विभिन्न निगमों, आयोगों, बोर्डों में समायोजित किए गए नेताओं को दी गई जिम्मेदारी की समीक्षा की जाएगी और देखा जाएगा कि उनके बूथों पर बीजेपी ने कैसा प्रदर्शन किया था? खराब प्रदर्शन वाले नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.