सवालों के घेरे में देहरादून के स्पीड ब्रेकर, हवा में उछली गाड़ी, बन रहे हादसे की वजह
AajTak
पिछले महीने देहरादून टोयोटा एक्सीडेंट के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे. लिहाजा इसके बाद पुलिस ने सड़क हादसों पर रोकथाम लगाने के लिए स्पीड ब्रेकर लगवा दिए हैं. लेकिन अब यही स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनते नजर आ रहे हैं.
देहरादून में सड़कों पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए जगह-जगह स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं. लेकिन ये स्पीड ब्रेकर अब नए हादसों की वजह बन रहे हैं और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. घंटाघर के पास बने स्पीड ब्रेकर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि दोपहिया वाहन और कारें इन स्पीड ब्रेकर पर से गुजरते वक्त हवा में उछल रही हैं.
यह नजारा न केवल डरावना है, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना को भी बढ़ा रहा है. वहीं ONGC चौक पर भी बने स्पीड ब्रेकर से लगातार हादसे हो रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले महीने देहरादून टोयोटा एक्सीडेंट के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे.
लिहाजा इसके बाद पुलिस ने सड़क हादसों पर रोकथाम लगाने के लिए स्पीड ब्रेकर लगवा दिए हैं. लेकिन अब यही स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस ने इन स्पीड ब्रेकरों पर प्रसाशन को आड़े हाथों लिया है.
कांग्रेस ने धामी सरकार को घेरा
प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा, 'धामी सरकार ने एक्सीडेंट को रोकने के लिए स्पीड ब्रेकर लगाने का फैसला किया. गलत तरीके से बने ये ब्रेकर न केवल ट्रैफिक की रफ्तार को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि हादसों को भी बढ़ावा दे रहे हैं. ये कैसा रवैया है प्रशासन का, स्पीड ब्रेकर्स पर मार्किंग भी नहीं है और पहाड़ जैसे ब्रेकर बना दिए हैं.'
देहरादून में हुआ था भीषण सड़क हादसा
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.