![Terrorism से सख्ती से निपटेगा रूस, समझिये रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin का वार प्लान](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/09/13/921358-putin-plan.jpg)
Terrorism से सख्ती से निपटेगा रूस, समझिये रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin का वार प्लान
Zee News
Russia Launch Massive Military Drills: सैन्य अभ्यास के दौरान रूस ने सरमैट-2 व्हीकल का प्रदर्शन किया जो किसी भी दुर्गम रास्ते पर आसानी से चढ़ाई कर सकता है. इस मिलिट्री ड्रिल पर कुछ देशों ने चिंता जताई है.
मास्को: रूस (Russia) और बेलारूस की सेनाओं ने संयुक्त युद्धाभ्यास (Massive Military Drills) किया है. बेलारूस के राष्ट्रपति ने ड्रिल का जायजा लेते हुये कहा कि उनका देश रूस के साथ एक अरब डॉलर के हथियारों की डील करेगा. बेलारूस (Belarus), रूस से S-400 सिस्टम भी खरीदेगा. इस ड्रिल को देखने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी अगले हफ्ते यहां पहुंचेंगे. युक्रेन और पोलैंड ने इस युद्धाभ्यास को सिक्योरिटी रिस्क बताया है लेकिन रूस ने कहा कि ये युद्धाभ्यास किसी देश के लिए खिलाफ नहीं है. बेलारूस में चल रही मिलिट्री ड्रिल को जापद 2021 नाम दिया गया है. ये सैनिक यहां लड़ाकू रोबोट्स के साथ भी युद्धाभ्यास कर रहे हैं. ये खास रोबोट्स दूर से नियंत्रित होते हैं और ग्रेनेड लॉन्चर और मशीन गन से पूरी तरह से लैस होते हैं. ये रोबोट्स किसी भी वक्त, कहीं पर भी दुश्मन को एक झटके में मार गिराने में सक्षम हैं.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
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Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.