
Online Classes का सबसे बड़ा असर, खराब हुई बच्चों की Handwriting
Zee News
कोरोना संक्रमण ने लोगों को घरों में कैद किया तो ऑफिस और स्कूल जाने की प्रथा ही जैसे खत्म हो गई. वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज ने इस समस्या का समाधान निकाला, लेकिन बच्चों के मामले में ऑनलाइन क्लासेज अच्छा सामाधान नहीं बन पाया है.
नई दिल्ली: अक्सर जब हम स्कूल, कॉलेज की बात करते हैं तो 'पढ़ाई-लिखाई' शब्द का इस्तेमाल करते हैं. इन शब्दों को हमेशा से साथ-साथ बोला या लिखा गया है, लेकिन अब कोरोना काल में बच्चे ऑनलाइन पढ़ तो रहे हैं, लेकिन लिख नहीं पा रहे हैं. बच्चों में लिखने की क्षमता पहले के मुकाबले कम हो गई है. कोरोना संक्रमण ने लोगों को घरों में कैद किया तो ऑफिस और स्कूल जाने की प्रथा ही जैसे खत्म हो गई. वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज ने इस समस्या का समाधान निकाला, लेकिन बच्चों के मामले में ऑनलाइन क्लासेज अच्छा सामाधान नहीं बन पाया है. ऑनलाइन क्लासेज का सबसे बड़ा असर बच्चों की हैंडराइटिंग पर पड़ा है और उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है.More Related News