One Nation One Election: वन नेशन-वन इलेक्शन लागू करना आसान नहीं, मुंह बाए खड़ी हैं ये 5 बड़ी चुनौतियां
Zee News
One Nation One Election: केंद्र की मोदी सरकार शीतकालीन सत्र में संसद में वन नेशन-वन इलेक्शन से जुड़ा बिल पेश कर सकती है. हालांकि, इसे लागू करना आसान काम नहीं. सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती तो इसे संसद से पास करवाना है.
नई दिल्ली: One Nation One Election Challenges: केंद्र की मोदी सरकार के कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है. कोविंद कमेटी की ओर से दिए गए इस प्रस्ताव में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की बात लिखी गई है. साथ ही ये भी लिखा है कि आम चुनाव के 100 दिन के भीतर ही स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाएंगे. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से भी 'वन नेशन वन इलेक्शन' को भारत के लिए जरूरी बताया था.
Haryana Election 2024: हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस की लड़ाई के बीच स्थानीय दल जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल का दावा कितना मजबूत है. दोनों ही पार्टी पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के परिवार से हैं. एक समय में इस परिवार का हरियाणा की राजनीति में दबदबा था. मौजूदा चुनाव में इनकी स्थिति क्या नजर आ रही है, जानिएः
Jammu Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर की हाईप्रोफाइल सीटों की बात करें तो इनमें बिजबेहरा सीट का नाम भी आता है जिसे मुफ्ती परिवार और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का गढ़ माना जाता है. 2024 के विधानसभा चुनाव में बिजबेहरा से पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती पीडीपी के टिकट पर मैदान में हैं. जानिए ये सीट उनके लिए कितनी सुरक्षित है?
Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अगर लोग चाहते हैं तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि वह न्याय के लिए कुर्सी छोड़ने को तैयार हैं. दरअसल गुरुवार को आंदोलनकारी डॉक्टरों और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ मीटिंग होने वाली थी लेकिन यह नहीं हो सकी.