
Lancet की रिपोर्ट में दावा, India में Corona की Second Wave पहली से ज्यादा संक्रामक; लेकिन जानलेवा कम
Zee News
लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी लहर भी अब तक भौगोलिक रूप से अधिक जटिल रही है. पहली लहर के दौरान 50 फीसदी मामले 40 जिलों से आते थे, जो अब घटकर 20 जिले हो गए हैं. रिपोर्ट में सरकार को सुझाव दिया गया है कि सभी वयस्क लोगों को जल्द से जल्द टीका लगाया जाना चाहिए.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के चलते संक्रमण की रफ्तार भले ही तेज हो गई हो, लेकिन मृत्यु दर (Death Rate) पिछली बार के मुकाबले कम है. ‘लैंसेट कोविड-19 कमीशन इंडिया टास्क फोर्स’ ने अपनी रिपोर्ट (Report) में यह बात कही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी से अप्रैल तक प्रतिदिन 10,000 से 80,000 नए मामलों की वृद्धि 40 दिनों से भी कम समय में हुई. जबकि पिछले साल इस आंकड़े तक पहुंचने में 83 दिन लगे थे. इसके अलावा, पहली और दूसरी लहर में एक अंतर यह भी है कि सकारात्मक परीक्षण वाले कई मामले हल्के रोगसूचक हैं, जिसके परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती और मृत्यु होने की दर अपेक्षाकृत कम है. रिपोर्ट के अनुसार, यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि स्पशरेन्मुख मामलों का उच्च अनुपात पूरी तरह से बेहतर संपर्क ट्रेसिंग के कारण हैं या इसके पीछे कोई और वजह है. मार्च 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से समग्र मामला मृत्यु अनुपात (CFR) लगभग 1.3 प्रतिशत बताया गया था, जबकि 2021 की शुरुआत से वायरस का सामना करने वाले रोगियों के बीच CFR 0.87 प्रतिशत से काफी कम है. लिहाजा, ऐसा लगता है कि CFR की रफ्तार दूसरी लहर में कम है. फिर भी देशभर में प्रतिदिन 664 मौतों की सूचना मिल रही है.More Related News