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Kedarnath में अनोखा प्रदर्शन, मंदिर की पुजारियों ने की ये मांग
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दरअसल तीर्थ पुरोहितों की कई मुद्दों को लेकर इस चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड से नाराजगी है. वहीं मई महीने में चारधाम देवस्थानम बोर्ड (Chardham Devasthanam Board) के सदस्यों ने तीर्थ पुरोहितों को गर्भगृह में प्रवेश नहीं करने दिया. तब पुरोहितों ने हठ ठान ली कि वे मंदिर में प्रवेश करके रहेंगे.
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ (Kedarnath) मंदिर में प्रवेश को लेकर चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड (Chardham Devasthanam Board) और तीर्थ पुरोहितों में हुई नोकझोंक और तकरार का मामला अभी तक थमा नहीं है. इस मामले को लेकर मंदिर के तीर्थ पुरोहित इस देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. आज उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन का तीसरा दिन है. ये पुजारी सुबह निश्चित समय पर कोविड प्रोटोकॉल (Corona Protocol) के हिसाब से वहां बैठते हैं और दिन ढ़लने से पहले यहां से चले जाते हैं. Priests sit on a silent protest outside the Kedarnath temple, demanding that the Uttarakhand Char Dham Devasthanam Management Board be disbanded. Their protest has entered the third day today. दरअसल तीर्थ पुरोहितों की कई मुद्दों को लेकर इस चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड से नाराजगी है. वहीं पिछले महीने मई में देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों ने तीर्थ पुरोहितों को गर्भगृह में प्रवेश नहीं करने दिया. इस पर कुछ तीर्थ पुरोहितों ने हठ ठान ली कि वे मंदिर में प्रवेश करके रहेंगे. विवाद के चलते कुछ देर मंदिर बंद भी रहा. हालांकि, बाद में बातचीत से मामला शांत हो गया. देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों का कहना था कि सिर्फ मुख्य पुजारी व रावल को ही मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति है.
जासूसी की दुनिया में डबल एजेंट वो स्पाई होता है, जो एक देश या संगठन के लिए काम करते हुए गुप्त रूप से उसके दुश्मन या प्रतिद्वंद्वी के लिए भी जासूसी करता है. डबल एजेंट एक पक्ष को भरोसा दिलाते हैं कि वह उनके लिए काम कर रहे हैं, लेकिन असल में वह दूसरे पक्ष को उनकी जानकारी और रणनीतियां पहुंचाते हैं. ऐसा ही एक डबल एजेंट भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ में भी था.
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भारत और अमेरिका ने समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए मिलकर आधुनिक समुद्री ड्रोन, ग्लाइडर और निगरानी सिस्टम बनाने का निर्णय लिया है. इस पहल के तहत ऐसे स्वायत्त हथियार बनाए जाएंगे, जो समुद्र में लंबे समय तक काम कर सकें और जहाजों की गतिविधियों पर नजर रख सकें. इस समझौते की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी नेतृत्व के बीच बैठक के दौरान की गई थी.
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भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान हुए रक्षा समझौते से भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और आत्मनिर्भरता को मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगले 10 वर्षों के लिए एक व्यापक योजना तैयार की जा रही है, जिससे संयुक्त उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और भारतीय रक्षा उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा.
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विश्व परिक्रमा पर निकली भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारियों का सामना समुद्र में लगातार बारिश, 75 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही तेज हवाओं और 5 मीटर से अधिक ऊंची समुद्री लहरों से हुआ. इन सभी बाधाओं को पार करते हुए भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. ने दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर स्थित केप हॉर्न को सफलतापूर्वक पार कर लिया है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद ऐलान किया कि भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए एफ-35 फाइटर जेट समेत अन्य सैन्य हार्डवेयर खरीदेगा. हालांकि भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ किया कि अभी एफ-35 खरीदने का प्रस्ताव मिला है. इस पर औपचारिक तरीके से प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है.