
Kathua helicopter crash: करीब दो महीने बाद सेना के क्रैश हेलीकॉप्टर के को-पायलट की लाश बरामद
Zee News
थल सेना के उड्डयन स्क्वॉड्रन के हेलीकॉप्टर रुद्र ने तीन अगस्त को पठानकोट के मामुन सैन्य ठिकाने से उडान भरी थी और कुछ देर बाद ही वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अगस्त में हादसे के बाद रणजीत सागर बांध में डूबे सेना के हेलीकॉप्टर के सह-पायलट का शव रविवार को बरामद कर लिया गया. इसके साथ ही दो महीने से जारी तलाशी अभियान पूरा हो गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कैप्टन जयंत जोशी के पार्थिव शरीर को दोपहर करीब दो बजे बरामद किया गया. यह हाल के इतिहास में सबसे लंबा तलाशी अभियान रहा. उनके अवशेष को बाद में पठानकोट सैन्य ठिकाने पर ले जाया गया. थल सेना के उड्डयन स्क्वॉड्रन के हेलीकॉप्टर रुद्र ने तीन अगस्त को पठानकोट के मामुन सैन्य ठिकाने से उडान भरी थी और कुछ देर बाद ही वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. गहन तलाशी अभियान के बाद हेलीकॉप्टर के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल अभीत सिंह बाथ का शव 15 अगस्त को बांध से बरामद किया गया था.
75 दिनों की मेहनत और माॅडर्न उपकरणों से मिली कामयाबी जम्मू में रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि भारतीय सेना और नौसेना गत 75 दिनों से दिन-रात कैप्टन जोशी का शव तलाशने की कोशिश कर रही थीं और आखिरकार कामयाबी मिली और उनके शव को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उपकरणों का इस्तेमाल कर झील के तल से बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि जलाशय के विशाल क्षेत्र और गहराई में बचाव और तलाशी अभियान ‘मल्टीबीम सोनार’ सहित आधुनिक उपकरणों से चलाया गया था. झील की तलहटी की जांच के दौरान से संकेत मिले, इसके बाद रिमोट संचालित उपकरण की मदद से पेशेवर गोताखारों ने उस इलाके में तलाशी शुरू की.