Jharkhand: डेंटल डॉक्टर ने दो बेटियों को दिया जहर, फिर हाथ की नस काटकर की खुदकुशी
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हजारीबाग में एक डेंटल डॉक्टर ने अपनी दो बेटियों को जहर देकर मार डाला, फिर हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान डॉक्टर राजकुमार के तौर पर हुई है. पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
झारखंड के हजारीबाग से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. जहां डेंटल डॉक्टर ने अपनी दो बेटियों को जहर देकर मार डाला, फिर डॉक्टर राजकुमार ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की.
यह मामला रामनगर विष्णुपूरी इलाके का है, बताया जा रहा है कि डॉक्टर राजकुमार ने पहले बेटी अन्वी कुमारी और आराध्या कुमारी को जहर दिया फिर हाथ की नस काट ली. यह घटना उस समय हुई जब उनकी पत्नी किसी पारिवारिक समारोह में गई थी. पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, पोस्टमार्टम के परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा.
बेटियों को जहर देकर डॉक्टर ने की खुदकुशी
स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चियों के रोने की आवाज आ रही थी. पड़ोसी जुटे और घर का ताला तोड़कर देखा तो घर के अंदर का नजारा देखकर स्थानीय लोगों के होश उड़ गए. एक तरफ जहां दोनों बेटियां पड़ी थीं, वहीं डॉक्टर राजकुमार के हाथ की नस कटी हुई थी और खून निकल रहा था. तत्काल तीनों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. घर के बाहर पुलिस और स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस मामले पर सदर थाना के इंस्पेक्टर ललित कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं. जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.