![J&K: आतंक पर सबसे बड़ा प्रहार, 72 घंटे में 4 ऑपरेशन; सेना ने मार गिराए 12 टेररिस्ट](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/04/11/803488-file-photo-sabhar-pti.jpg)
J&K: आतंक पर सबसे बड़ा प्रहार, 72 घंटे में 4 ऑपरेशन; सेना ने मार गिराए 12 टेररिस्ट
Zee News
जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) के डीजी दिलबाग सिंह ने बताया कि बीजबेहरा में चल रही मुठभेड़ खत्म हो गई है. दक्षिण कश्मीर में लश्कर ए तैयबा से जुड़े दो आतंकवादी मारे गए हैं. बीते 72 घंटों में फौज और सुरक्षाबलों ने मिलकर 12 टेररिस्ट को मार गिराया है.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में शांति बहाली के लिए आतंकियों के सफाये का अभियान तेजी से जारी है. भारतीय सेना (Indian Army), सुरक्षा बलों और जे एंड के पुलिस (J&K Police) आतंकी संगठनों का नामोनिशान मिटाने में लगी है. इसी सिलसिले में सूबे में पिछले 72 घंटों में चार अलग अलग एनकाउंटर के दौरान अब तक 12 आतंकवादी ढेर किए गए हैं. हालिया मुठभेड़ों में मारे गए आतंकियों के हिसाब की बात करें तो त्राल (Tral) और शोपियां (Shopian) में 7 आतंकवादी मारे गए हैं. हरीपोरा में आतंकी संगठन अल बद्र (Al Badr) के तीन आतंकियों को उनके असल अंजाम तक पहुंचा दिया गया. वहीं बिजबेहरा में लश्कर ए तैयबा (LeT) के बैनर तले काम कर रहे आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया. बीजबेहरा में खत्म हुआ एनकाउंटर![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210134438.jpg)
Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.