
Independence Day 2021: आजादी के बाद हुए वे पांच आंदोलन, जिन्होंने देश की दिशा बदल दी
Zee News
आजादी के बाद हुए कई आंदोलनों ने इसे ऐसी सूरत में ढाला है. जानते हैं आजादी के बाद के ऐसे ही बड़े आंदोलनों के बारे में, जिन्होंने देश की दिशा बदल दी.
नई दिल्लीः तारीखों के साए में हम 15 अगस्त 2021 से आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहे हैं. लेकिन आज जो माहौल, लोकतंत्र का जो चेहरा हमें हासिल है, आजादी के बाद हुए कई आंदोलनों ने इसे ऐसी सूरत में ढाला है. जानते हैं आजादी के बाद के ऐसे ही बड़े आंदोलनों के बारे में, जिन्होंने देश की दिशा बदल दी. चिपको आंदोलनः जिसकी वजह से जिंदा हैं हम आंदोलनों की बात है तो पहले चलते हैं 70 के दशक में. साल था 1974. अखबारों में तस्वीरें छपनी लगीं कि अलकनंदा घाटी में एक महिला पेड़ से चिपक कर खड़ी हैं. धीरे-धीरे लोगों का हुजूम पेड़ों को कटने से बचाने के लिए उनसे चिपक कर खड़ा होने लगा. बिना शोर-शराबे और बिना हंगामे के इस आंदोलन ने ऐसी सिहरन पैदा कर दी कि पेड़ काटने वाले ठेकेदारों को कुल्हाड़ियां छोड़ कर भागना पड़ा.More Related News