
DNA Analysis: Corona के नए वैरिएंट से बचना है तो पहनिए डबल मास्क, फिटिंग का रखें ध्यान
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कोरोना (Coronavirus) महामारी की वजह से देश के हालात इस समय बहुत खराब चल रहे हैं. इस समय अस्पतालों में मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाना सबसे ज्यादा जरूरी है. जहां पिछले कुछ दिनों से लोगों की लम्बी लम्बी लाइनें लग रही हैं. इससे पहले इसी तरह की लाइनें पानी के लिए भी लगती थी.
नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) महामारी की वजह से देश के हालात इस समय बहुत खराब चल रहे हैं. इस समय अस्पतालों में मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाना सबसे ज्यादा जरूरी है. जहां पिछले कुछ दिनों से लोगों की लम्बी लम्बी लाइनें लग रही हैं. इससे पहले इसी तरह की लाइनें पानी के लिए भी लगती थी. दूर के इलाकों, जहां पानी का संकट आज भी है, वहां लोग इसी तरह पानी के लिए लाइनों में खड़े हो जाते हैं. इन दोनों लाइनों में अंतर सिर्फ़ इतना है कि पानी के लिए लोग बर्तन लेकर कतार में खड़े दिखते हैं और ऑक्सीजन के लिए लोगों के पास सिलिंडर होता है. ये दोनों ही कतारें हमें ये बताने के लिए काफ़ी हैं कि जो कई दशकों पहले पानी के मामले में हुआ था, वही अब हवा को लेकर भी हो रहा है. कई दशक पहले जब पानी बिकना शुरू हुआ था तो लोगों ने इसे मजाक समझा था. लोग कहते थे कि पानी कौन खरीदेगा क्योंकि पानी तो प्रकृति की अनमोल धरोहर है और इसे बेचने वाला मूर्ख ही हो सकता है.More Related News