![DNA ANALYSIS: सिंगापुर में मिला वेरिएंट भारत में भी मौजूद, बच्चों को तेजी से बना रहा निशाना](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/05/19/827895-dna-new-strain.jpg)
DNA ANALYSIS: सिंगापुर में मिला वेरिएंट भारत में भी मौजूद, बच्चों को तेजी से बना रहा निशाना
Zee News
COVID-19 महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर देश को जकड़ रही है, विशेषज्ञों ने एक और लहर के बारे में आशंका जताई है जो इस साल के अंत तक देश में आ सकती है और जिससे बच्चों के प्रभावित होने की अधिक संभावना है.
नई दिल्ली: Singapore में कोरोना का नया वेरिएंट मिला है, जिसे वैज्ञानिक B One Six One Seven Two कह रहे हैं और ये वायरस बच्चों को तेजी से निशाना बना रहा है. अब तक जो जानकारियां उपलब्ध हो पाई हैं उसके मुताबिक Singapore में मिला ये वेरिएंट भारत में भी मौजूद है और ये Double Mutant Virus, B One Six One Seven से ही मिलता जुलता है. क्यों है खतरनाक? वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें हुआ एक Mutation नई चुनौती बनकर उभरा है. वो ऐसे कि इसके Spike Protein में वैज्ञानिकों ने जिस Mutation की पहचान की है, उसे T478K नाम दिया गया है. संभव है कि Singapore का जो Strain अभी बच्चों के लिए खतरा बन गया है, उसके पीछे यही Mutation हो. चिंता की बात ये है कि इस Mutation के बारे में अभी किसी भी देश को ज्यादा जानकारी नहीं है. अहम बात ये है कि ये Mutation B One Six One Seven के अन्य Sub Types नहीं मिले हैं.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210134438.jpg)
Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.