![Coronavirus: दिल्ली में ऑक्सीजन संकट बरकरार, डिप्टी CM ने की केंद्र से हस्तक्षेप की अपील](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/04/21/810269-oxygen.jpg)
Coronavirus: दिल्ली में ऑक्सीजन संकट बरकरार, डिप्टी CM ने की केंद्र से हस्तक्षेप की अपील
Zee News
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, आज फिर से कई अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी होने की आशंका है. कई अस्पतालों में दिन में ही ऑक्सीजन का संकट हो गया है. फरीदाबाद से ऑक्सीजन आनी थी लेकिन वहां किसी अधिकारी ने आकर रोक दिया.
नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच एक बार फिर दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि अस्पातलों में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में ऑक्सीजन का जितना कोटा पहले तय किया था वह कम पड़ गया है. मरीज अचानक बढ़ने से ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत है. 'हालात ज्यादा गंभीर' दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, केंद्र सरकार ऑक्सीजन (Oxygen cylinder) सप्लाई को कंट्रोल करती है. राज्य सरकार का ऑक्सीजन पर अधिकार नहीं है. यह हमेशा से होता रहा है. Covid के दौरान हालात ज्यादा गंभीर हो रहे हैं. उन्होंने कहा, कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. आसपास के राज्यों से भी आकर मरीज दिल्ली में इलाज करा रहे हैं. इसलिए दिल्ली का ऑक्सीन का कोटा 378 मीट्रिक टन से 700 मीट्रिक टन कर दिया जाए.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210134438.jpg)
Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.