
Corona मरीजों के लिए Blood Clots क्यों बन रहे मुसीबत? जानें एक्सपर्ट्स ने क्या कहा
Zee News
वैश्विक स्तर पर की गई एक स्टडी के अनुसार, कोरोना का संक्रमण फेफड़ों में फैलने के साथ ब्लड सेल्स से भी जुड़ा हुआ है. यही कारण है कि कुछ कोरोना मरीजों में खून के थक्के जमने की शिकायत की है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महज फेफड़े की बीमारी नहीं है, जैसा कि पहले की अवधारणा थी. बल्कि इससे खतरनाक तरीके से खून का थक्का (Blood Clot) भी जम सकता है, जिसे तुरंत हटाने की जरूरत होगी. ताकि कुछ मामलों में अंगों को बचाया जा सके. यह बात विशेषज्ञों ने कही है. What Covid clots look like. Covid produces blood clots. The incidence of heart attack, stroke, or limb loss due to an arterial clot in Covid varies from 2%-5%. We pried these out of the lower limb arteries of a Covid patient. We were able to save the limb. वैश्विक स्तर पर किए गए शोध में बताया गया है कि अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के 14 से 28 फीसदी मरीजों में खून का थक्का जमने की बात सामने आई है, जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) के नाम से जाना जाता है. वहीं दो से पांच फीसदी रोगियों में आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का मामला सामने आया. विशेषज्ञों ने बताया कि संक्रमण फेफड़े के साथ ब्लड सेल्स से भी जुड़ा हुआ है. — Ambarish Satwik (@AmbarishSatwik)More Related News