
Corona: ऑक्सफोर्ड का दावा, वैक्सीन से ब्लड क्लाटिंग की समस्या में आ रही है कमी
Zee News
ऑक्सफोर्ड का अध्ययन में ये जानकारी सामने आई है कि खून के थक्के जमने (ब्लड क्लाटिंग) की दुर्लभ स्थिति कोविड-19 से ज्यादा होती है, लेकिन टीके से इसमें कमी आ रही है.
नई दिल्ली: एक नये अध्ययन में कहा गया है कि खून के थक्के जमने की दुर्लभ स्थिति सेरिब्रल वेनस थ्रोंबोसिस (सीवीटी) का जोखिम कोविड-19 का टीका लगाने के बाद उतना नहीं है, जितना वह कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद है. यानी ये दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण के बाद ब्लड क्लाटिंग ज्यादा होती है और वैक्सीन लगने के बाद इसमें कमी आती है. ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (University of Oxford) के अनुसंधानकर्ताओं के अध्ययन में कोविड-19 का पता चलने के दो हफ्ते बाद और टीके की पहली खुराक के बाद सामने आए सीवीटी के मामलों की गिनती की गई. उन्होंने इन मामलों की तुलना इंफ्लुएंजा के बाद होने वाले सीवीटी के मामलों और आम आबादी में इसके पहले से मौजूद स्तर से की.More Related News