![All India Institute of Ayurvedic Science: कोरोना के 94% मरीज ठीक होकर घर लौटे, जानिए कैसे हो रहा है इलाज](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/05/04/817748-hospital.jpg)
All India Institute of Ayurvedic Science: कोरोना के 94% मरीज ठीक होकर घर लौटे, जानिए कैसे हो रहा है इलाज
Zee News
कोरोना (Coronavirus) महामारी से जहां दुनियाभर में हायतौबा मची हुई है. वहीं दिल्ली में एक सरकारी संस्थान ऐसा भी है, जहां आयुर्वेद के जरिए कोरोना का सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है.
नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) महामारी का मुकाबला करने के लिए हाल ही में आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद (Ayurveda) की एक दवा को संक्रमितों को खिलाने की सलाह दी है. इस दवा का नाम आयुष 64 है. इस दवा के अलावा और भी कई तरीके कोरोना मरीजों के इलाज में कारगर साबित हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली (Delhi) के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक साइंस (All India Institute of Ayurvedic Science) से करीब 94% मरीज अपना इलाज करा कर सकुशल घर वापस लौट चुके हैं, वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट के. दक्षिण दिल्ली में बने इस आयुर्वैदिक अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज उन्हें भर्ती करके किया जा रहा है. इस अस्पताल में काम करने वाले गौरव कोरोना (Coronavirus) संक्रमित हो गए थे. वे आयुर्वेद (Ayurveda) और योग से पूरी तरह से ठीक हो कर काम पर लौट आए हैं.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250210134438.jpg)
Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.