
7 साल से डिटेंशन सेंटर में कैद पिता की भारतीय नागरिकता के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका
Zee News
डिटेंशन सेंटर में 7 साल से कैद मोहम्मद कमर को भारतीय नागरिक घोषित करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका में दायर की गयी है. 1989-90 में पाकिस्तान से भारत आए कमर को पाकिस्तान ने अपना नागरिक मानने से इंकार कर दिया था.
नई दिल्ली: डिटेंशन सेंटर में 7 साल से कैद मोहम्मद कमर को भारतीय नागरिक घोषित करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका में दायर की गयी है. 1989-90 में पाकिस्तान से भारत आए कमर को पाकिस्तान ने अपना नागरिक मानने से इंकार कर दिया था. अगस्त, 2011 से मोहम्मद कमर नरेला के लामपुर स्थित डिटेंशन सेंटर में बंद है. अब उसके दो बच्चों ने सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर भारतीय नागरिकता प्रदान करने की मांग की है.
मां के साथ गया था पाकिस्तान भाई-बहन की ओर से दायर कि गयी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में कहा गया है कि उनके पिता कमर उर्फ मोहम्मद कामिल का जन्म 1959 में भारत में हुआ था. 1967-1968 में उनके पिता अपनी मां के साथ बच्चे के रूप में भारत से पाकिस्तान अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए वीजा पर गये थे. जिस समय कमर पाकिस्तान गया उस वक्त उसकी उम्र करीब 7-8 साल की थी. पाकिस्तान में ही उसकी मां की मृत्यु हो गई. जिसके बाद वह अपने रिश्तेदारों की देखभाल में ही पाकिस्तान में रहता रहा. वयस्क होने पर कमर 1989-1990 में पाकिस्तानी पासपोर्ट पर वापस भारत आ गया. उसके बाद से ही कमर भारत में ही रह रहा है.