
सिर्फ 20 हजार रुपये में भारत आकर जान देने और लेने को तैयार हो जाते हैं पाकिस्तानी आतंकी
Zee News
सेना द्वारा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी ने मां के पास वापस भेजे जाने की गुहार लगाई. बोला- मैं अपनी मां को बताना चाहता हूं कि भारतीय सेना ने मेरे साथ अच्छा बर्ताव किया.”
श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में हुई मुठभेड़ के दौरान सेना द्वारा पकड़े गए एक पाकिस्तानी आतंकवादी ने सीमापार स्थित अपने आकाओं से कहा है कि उसे उसकी मां के पास पहुंचा दिया जाए. पाकिस्तानी आतंकवादी किशोर अली बाबर पात्रा ने सेना द्वारा बुधवार को यहां जारी किये गए एक वीडियो संदेश में कहा, “मैं लश्कर ए तैयबा के एरिया कमांडर, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से अपील करता हूं कि वे मुझे उसी तरह मेरी मां के पास वापस भेज दें जैसे उन्होंने मुझे यहां (भारत) भेजा है. साथ ही उसने बताया कि भारत आने के लिए उससे 50 हजार रुपये देने का वादा किया गयसा था, लेकिन पेशगी के तौर पर अभी 20 हजार रुपये ही दिए गए थे.
मुझ से झूट बोला गया, यहां सब शांतिपूर्ण है सेना ने 26 सितंबर को उरी में मुठभेड़ के दौरान पात्रा को पकड़ा था. उस समय वह अपनी जान की भीख मांग रहा था. सेना का अभियान 18 सितंबर को शुरू हुआ था और नौ दिन तक चला था जिसमें एक अन्य पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया था. वीडियो संदेश में पात्रा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और लश्कर ए तैयबा कश्मीर के बारे में झूठ फैला रहे हैं. उसने कहा, “हमें बताया गया कि भारतीय सेना रक्त बहा रही है लेकिन यहां सब शांतिपूर्ण है. मैं अपनी मां को बताना चाहता हूं कि भारतीय सेना ने मेरे साथ अच्छा बर्ताव किया.”