'सरकार मुद्दे को सुलझाना चाहती है, लोग पहलवानों का इस्तेमाल कर रहे...', बोलीं बबीता फोगाट
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बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन पर कुश्ती महासंघ की निगरानी समिति की सदस्य रह चुकीं बबीता फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोग पहलवानों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनको कानूनी प्रक्रिया और सिस्टम पर भरोसा रखना चाहिए. सरकार इस मुद्दे को सुलझाना चाहती है.
दिल्ली में पहलवानों के आंदोलन के तीन मुख्य चेहरे (बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट) अब अपनी जॉब पर वापस लौट गए हैं. साक्षी मलिक ने कहा कि सत्याग्रह के साथ-साथ वो रेलवे में अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं. उनकी ये सफाई उन खबरों के बाद आई, जिनमें कहा गया था कि साक्षी पहलवानों के आंदोलन से पीछे हट गई हैं. उन्होंने इन खबरों को गलत बताया और कहा कि इंसाफ की लड़ाई में हम में से कोई न पीछे हटा है और न हटेगा.
इसी बीच कुश्ती महासंघ की निगरानी समिति की सदस्य रह चुकीं बबीता फोगाट ने पहलवानों के आंदोलन पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "लोग पहलवानों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्हें कानूनी प्रक्रिया और सिस्टम पर भरोसा रखना चाहिए. सरकार इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सब कुछ कर रही है. मैं हमेशा उनके (पहलवानों) साथ हूं".
सवाल- ये आंदोलन किस दिशा में जाता दिख रहा है?
जवाब: खिलाड़ियों की जो मांगें हैं, उन पर सरकार की पूरी नजर है, सरकार हर चीज को देख भी रही है और संभाल भी रही है.
सवाल- कमेटी के सदस्य के रूप में आपका नाम कैसे आया?
जवाब- सभी खिलाड़ियों ने मिलकर साक्षी का नाम लेने का फैसला किया था. साक्षी ने खुद कहा था कि मैं नहीं संभाल पाऊंगी. साक्षी ने कहा कि आप लोग अगर सहमत हों तो चाहूंगी कि बबीता को कमेटी का सदस्य बनाया जाए. इस पर सभी ने सहमति भी दी. मैंने किसी के साथ अन्याय नहीं किया और न होने दूंगी.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.