![शिवसेना नेता के बिगड़े बोल, कहा- 'कोरोना वायरस मिलता तो Devendra Fadnavis के मुंह में डाल देता'](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/04/19/808786-sg-ss.gif)
शिवसेना नेता के बिगड़े बोल, कहा- 'कोरोना वायरस मिलता तो Devendra Fadnavis के मुंह में डाल देता'
Zee News
शिवसेना विधायक ने कहा कि सरकार के मंत्रियों का समर्थन करने के बजाय बीजेपी नेता मजाक बना रहे हैं. संजय गायकवाड़ (Sanjay Gaikwad) ने कहा, 'अगर मुझे कोरोना का वायरस (Coronavirus) मिल जाता तो मैं उसे देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के मुंह में डाल देता.
मुंबई: देश में कोरोना संकट की विकट स्थिति के बावजूद कुछ नेता अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय सियासत करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कहीं चुनावी रैलियों को लेकर निशाना साधा जा रहा है तो कहीं कोविड मरीजों की संजीवनी बने इंजेक्शन रेमडेसिविर (Remdesivir) को लेकर राजनीति गरमा रही है. इसी दौरान नेताओं के बिगड़े बोल भी लगातार सामने आ रहे हैं. फिलहाल बात महाराष्ट्र (Maharashtra) की जो कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के शुरुआती दौर से ही सबसे बड़ा कोरोना हब बना हुआ है. ताजा सियासी बयानबाजी की बात करें तो बुलढ़ाना विधानसभा (Buldhana Assembly) से शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ (Sanjay Gaikwad) ने कहा है कि कि अगर उन्हें कहीं कोरोना का वायरस (Coronavirus) मिल जाता तो वह उसे बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के मुंह में डाल देते.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
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Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.