
यहां बाढ़ के चलते नाबालिग उम्र में होती बेटियों की शादी, मासिक धर्म के दौरान भी आती है दिक्कत
Zee News
असम के धेमाजी जिले की महिलाएं हर साल बाढ़ के कारण शरणार्थियों वाला जीवन बिताती हैं. महिलाओं को बाढ़ के मौसम में और उसके बाद जिले में कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. 32 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पहले ही करा दी जाती है.
धेमाजी (असम): असम के धेमाजी जिले में महिलाओं के लिए जीवन काफी चुनौतिपूर्ण हो गया है. क्योंकि हर साल बाढ़ उन्हें शरणार्थी बना देती है. हर साल घरों का पुनर्निर्माण, बच्चों व पशुओं को एक नई जगह पर बसाना एक बड़ी समस्या बन गई है,
1200 गांवों में आती बाढ़ शक्तिशाली ब्रह्मपुत्र और इसकी 26 सहायक नदियां जिले के 1200 गांवों में भूमि के विशाल भूभाग को जलमग्न कर देती हैं. हर साल वह अप्रैल से अक्टूबर तक जलमग्न रहते हैं. तीन-चार बार बाढ़ आने से लोग आश्रय स्थलों पर पनाह लेने को मजबूर हो जाते हैं जिनमें से कई दोबारा कभी अपने घर नहीं लौटते.