
मुलायम सिंह का 'अंतिम दांव' जो शायद अखिलेश भी नहीं समझ पाए...
Zee News
मुलायम सिंह यादव राजनीति में कई बार ऐसे निर्णय लेते थे जो अप्रत्याशित महसूस होते थे. वो बीते कई सालों से स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय राजनीति नहीं कर रहे थे. लेकिन सपा की राजनीति अक्सर उनसे सहमति लेकर ही आगे बढ़ती थी.
नई दिल्ली. कुश्ती के अखाड़े में मुलायम सिंह यादव के चरखा दांव से विरोधी चित्त हो जाते थे. जब वो राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ने लगे तो अखाड़ा छूट गया लेकिन कुश्ती से प्रेम बना रहा. कहते हैं मुलायम सिंह राजनीति में भी चरखा दांव चलते थे जिसे विरोधी कभी समझ नहीं पाए. यही कारण है कि राजनीति में वो कई बार ऐसे निर्णय लेते थे जो अप्रत्याशित महसूस होते थे. मुलायम सिंह बीते कई सालों से स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय राजनीति नहीं कर रहे थे. लेकिन सपा की राजनीति अक्सर उनसे सहमति लेकर ही आगे बढ़ती थी.
साल 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुलायम परिवार के भीतर का विवाद खुलकर लोगों के सामने आ गया था. विवाद मुख्य रूप से अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के बीच था. यह विवाद इतना बढ़ा कि मंच पर शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की तारीफ कर रहे सपा नेता को धक्का देकर हटा दिया था. अखिलेश यादव ने सपा MLC आशु मलिक पर आरोप लगाया था कि उन्होंने (आशु) बदनाम करने के लिए खबर छपवाई. बाद में यह भी खबर आई कि अखिलेश के नजदीकी विधायक पवन पांडेय ने आशु मलिक को थप्पड़ मार दिया है.