
मन की बात में वाराणसी के इस शख्स के नेक काम से पीएम मोदी गदगद, जमकर की तारीफ
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आज भी कई ऐसे लोग हैं, जो इस चिड़िया को विलुप्त नहीं होने देना चाहते हैं. वे इस मुहिम चलाकर ना सिर्फ इन्हें दाना खिला रहे हैं, बल्कि इनके रहने का इंतजाम भी कर रहे हैं.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 75वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया. 'मन की बात' का यह 75वां संस्करण था. होली, कोरोना के बढ़ते मामलों और चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच PM मोदी ने 'मन की बात' में देशवासियों को कई मंत्र दिए और वैक्सीन लगाने की अपील की. पीएम मोदी ने 2014 में शुरू हुए अपने इस मासिक रेडियो कार्यक्रम से जुड़े रहने के लिए लोगों का आभार जताया. इसके लिए उन्होंने हर बार की तरह प्रेरणा देने वाले कुछ उदाहरण भी दिए हैं, जिनमें ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जो प्रकृति और गौरैया को बचाने के लिए कई बड़े प्रयास कर रहे हैं. 'मन की बात' को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मधुमक्खी पालन की अहमियत का भी जिक्र किया तो गोरैया बचाने को लेकर भी बात की. मन की बात को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा -मेरे प्यारे देशवासियो, अभी कुछ दिन पहले World Sparrow Day मनाया गया. Sparrow यानि गोरैया. कहीं इसे चकली बोलते हैं, कहीं चिमनी बोलते हैं, कहीं घान चिरिका कहा जाता है. "पहले हमारे घरों की दीवारों पर, आस-पास के पेड़ों पर गोरैया चहकती रहती थी. लेकिन अब लोग गोरैया को ये कहकर याद करते हैं कि पिछली बार, बरसों पहले, गोरैया देखा था. आज इसे बचाने के लिए हमें प्रयास करने पड़ रहे हैं.More Related News