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भूजल खर्च करने में हम दुनिया में सबसे अव्वल, जानिए कितना पानी बचा है हमारे पास!
Zee News
हमारे देश में सदियों से वाटर सिस्टम को रिचार्ज करने की प्राकृतिक तकनीक रही है. जिसमें तालाबों की अहम भूमिका रही है. हालांकि अंधाधुन शहरीकरण और अवैध कब्जों के चलते तेजी से तालाब खत्म हो रहे हैं.
नई दिल्लीः विश्वभर में आज 'विश्व जल दिवस' मनाया जा रहा है. इस मौके पर पीएम मोदी ने भी 'कैच दे रेन' नामक अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान का लक्ष्य बारिश के पानी को संरक्षित करना है, ताकि प्राकृतिक वाटर सिस्टम को रिचार्ज किया जा सके और गिरते भूजल स्तर को भी रोका जा सके. भारी भूजल दोहन बड़ी समस्या हमारे देश में पानी की समस्या बहुत बड़ी है. हालांकि इसके बावजूद देश में पानी को बचाने को लेकर जागरुकता की भारी कमी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के विभिन्न इलाकों में भारी मात्रा में भूजल का दोहन किया जा रहा है. इस मामले में भारत अव्वल देशों में शुमार है. सिंचाई के लिए लगे ट्यूबवेल, शहरों और गांवों के घरों में लगे समर्सिबल इस समस्या को और भी गंभीर बना रहे हैं.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
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Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.