
बैलगाड़ी पर निकली डॉक्टर की बारात, फीकी पड़ी लग्जरी कारों की चमक
Zee News
बैतूल के चिचोली विकास खंड का आदिवासी बाहुल्य गांव असाढ़ी है. यहां के डॉ. राजा धुर्वे की शादी थी, उन्होंने आदिवासी समाज की परंपरा और शादी सादगी से करने का फैसला लिया और बारात बैलगाड़ी से निकाली.
बैतूल: आम तौर पर शादी समारोह में लोग अपनी हैसियत और ताकत का प्रदर्शन करने से नहीं चूकते, मगर मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक चिकित्सक ने अपने विवाह समारोह में सादगी की मिसाल पेश की. उसने अपनी बारात बैलगाड़ी पर निकाली. लगभग तीन किलो मीटर का सफर बैलगाड़ी पर ही तय किया.
आदिवासी समाज की परंपरा निभाई बैतूल के चिचोली विकास खंड का आदिवासी बाहुल्य गांव असाढ़ी है. यहां के डॉ. राजा धुर्वे की शादी थी, उन्होंने आदिवासी समाज की परंपरा और शादी सादगी से करने का फैसला लिया और बारात बैलगाड़ी से निकाली. इसके लिए बैलगाड़ी को आकर्षक रुप दिया. इस बैलगाड़ी की चमक के आगे लग्जरी कार और बग्घियां भी फीकी दिखाई दीं. डॉ राजा पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर, शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर हैं.