बैतूल: 88 साल पहले इस मकान में रुके थे गांधी जी, संभाल कर रखा गया है बापू का विदेशी ब्लेड
AajTak
मध्य प्रदेश के बैतूल में गांधी जी की स्मृतियां ओझल न हो, इसलिए घर में काई बदलाव नहीं किया, 88 साल पहले जहां गांधी जी रुके थे, आज भी वैसा ही है गोठी का मकान, बापू के विचारों और यादों को ऐसे संजोया कि नहीं किया मकान में बदलाव.
मध्य प्रदेश के बैतूल में एक ऐसा मकान है जिसमें 88 साल बाद भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. असल में 88 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बैतूल आए थे और इस मकान में रुके थे. मकान के मालिक कोठी परिवार ने बापू की स्मृतियों को सहेजने के लिए मकान में कोई बदलाव किया और यहां तक कि जिस पलंग पर बापू सोए थे, उसे भी संभाल के रखा है और बापू के चरखे को भी संभाल के रखा है.
नए नियमों के तहत, टू-स्टेप मेडिकल रिव्यू सिस्टम के तहत प्रत्येक मामले का निर्णय होगा. तीन डॉक्टरों का एक बोर्ड मरीज की स्थिति का आकलन करेगा. तीन डॉक्टरों और सरकार द्वारा नियुक्त डॉक्टर वाला एक दूसरा बोर्ड, अदालत को रिपोर्ट भेजने से पहले निष्कर्षों की समीक्षा करेगा. यदि अदालत मंजूरी दे देती है, तो चिकित्सकीय देखरेख में मरीज का लाइफ सपोर्ट वापस ले लिया जाएगा.
बिजनेसमैन और हथियार डीलर अभिषेक वर्मा ने गुरुवार को उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना का दामन थाम लिया है. उन पर पहले चॉपर घोटाला, पनडुब्बी खरीद घोटाला मामलों में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था, लेकिन 2015 और 2017 में अदालतों ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था.
मेडिकल कॉलेज छात्रावास के पास खोपड़ी से खेलते दिखे कुत्ते, वीडियो सामने आने पर पुलिस ने शुरू की जांच
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने बताया कि उन्हें बुधवार को छात्रावास की इमारत के पीछे कुत्तों द्वारा खोपड़ी से खेलने के बारे में पता चला. उन्होंने बताया कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि वो खोपड़ी इंसान की है या नहीं.
Union Budget 2025: मनीष तिवारी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'बजट क्या है... यह एक अकाउंटिंग एक्सरसाइज से ज्यादा कुछ नहीं है. सरकार ने कितना कमाया और कितना खर्च किया. पिछले कुछ वर्षों में यह वित्त मंत्री के लिए एक वार्षिक भव्य अनुष्ठान बन गया है.' उन्होंने लिखा, 'यह प्रेसिडेंट एड्रेस की तरह ही एक यूजलेस रिचुअल है. सरकार की कमाई और खर्च का विवरण सिर्फ सदन के पटल पर रखा जा सकता है.'
दिल्ली के नरेला इलाके के खेड़ा गांव के पास दिल्ली पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान पांच बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए बदमाश इंडस्ट्रियल इलाके के गोदामों को टारगेट करते थे और लूटपाट व चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस का कहना है कि बदमाशों के मूवमेंट की जानकारी मिलने के बाद घेराबंदी की, इसी बीच मुठभेड़ हो गई. पुलिस सभी बदमाशों का रिकॉर्ड खंगाल रही है.