'प्रेसिडेंट एड्रेस की तरह यूजलेस', बजट के प्रोसेस पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का तंज
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Union Budget 2025: मनीष तिवारी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'बजट क्या है... यह एक अकाउंटिंग एक्सरसाइज से ज्यादा कुछ नहीं है. सरकार ने कितना कमाया और कितना खर्च किया. पिछले कुछ वर्षों में यह वित्त मंत्री के लिए एक वार्षिक भव्य अनुष्ठान बन गया है.' उन्होंने लिखा, 'यह प्रेसिडेंट एड्रेस की तरह ही एक यूजलेस रिचुअल है. सरकार की कमाई और खर्च का विवरण सिर्फ सदन के पटल पर रखा जा सकता है.'
संसद में केंद्रीय बजट पेश होने से कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बजट प्रक्रिया की आलोचना की. उन्होंने इसे एक 'अकाउंटिंग एक्सरसाइज' बताया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर एक पोस्ट में मनीष तिवारी ने इसे 'राष्ट्रपति के अभिभाषण की तरह यूजलेस' बताया.
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मनीष तिवारी ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'बजट क्या है... यह एक अकाउंटिंग एक्सरसाइज से ज्यादा कुछ नहीं है. सरकार ने कितना कमाया और कितना खर्च किया. पिछले कुछ वर्षों में यह वित्त मंत्री के लिए एक वार्षिक भव्य अनुष्ठान बन गया है.' उन्होंने लिखा, 'यह प्रेसिडेंट एड्रेस की तरह ही एक यूजलेस रिचुअल है. सरकार की कमाई और खर्च का विवरण सिर्फ सदन के पटल पर रखा जा सकता है.'
'राष्ट्रपति को अपने मन की बात कहने देना चाहिए'
इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण की आलोचना करते हुए एक पोस्ट में लिखा, 'दुर्भाग्यवश, राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार की कथित उपलब्धियों की लंबी-चौड़ी सूची को दोहराने से अधिक कुछ नहीं है. राष्ट्रपति को इस वार्षिक शर्मिंदगी से बचना चाहिए. भारत के माननीय राष्ट्रपति को अपने मन की बात कहने की अनुमति दी जानी चाहिए.'
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