
न किसी ने चेहरा देखा, न किसी ने आवाज सुनी... पाकिस्तान के आतंकी आकाओं में 'अज्ञात किलर' का खौफ
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पाकिस्तान में हो रही इन हत्याओं का पैटर्न आमतौर पर एक समान है. इसमें मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात बंदूकधारी आतंकवादियों या नेताओं को नजदीक से गोली मारकर फरार हो जाते हैं और जांच एजेंसियों को कुछ पता नहीं चल पाता है. इन हत्याओं का पैटर्न एक संगठित अभियान की ओर इशारा करता है, लेकिन इसके पीछे कौन है, यह स्पष्ट नहीं है.
पाकिस्तान में लोग इस खौफ को अब कई नाम से जानने लगे हैं. 'अज्ञात किलर' , 'अननोन गनमैन' या 'साइलेंट किलर' कहें या फिर इसे 'मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारी' या फिर फिदायीन दस्ता का नाम दिया जाए. पाकिस्तान में चोटी के मौलानाओं को निशाना बनाने वाले इस 'रहस्यमयी फिगर' ने पाकिस्तान में सिहरन पैदा कर दी है. ये कौन है, किसके लिए काम करता है, कोई नहीं जानता. लेकिन इसका वॉर इतना घातक है कि इसकी चर्चा ही पाकिस्तान में झुरझुरी पैदा कर देती है.
इन अज्ञात बंदूकधारियों ने कई ऐसे लोगों को ठिकाना लगाया है जो घोषित रूप से भारत विरोधी थे. मसलन जहूर मिस्त्री नाम का आतंकवादी, जो दिसंबर 1999 में IC-814 प्लेन हाइजैकिंग में शामिल पांच अपहरणकर्ताओं में से एक था. 7 मार्च 2022 को इसकी हत्या दो हथियारबंद मोटरसाइकिल सवारों ने कराची में कर दी गई थी.
पाकिस्तान में पिछले एक-डेढ़ सालों में भारत के कई विरोधियों को इन अज्ञात बंदूकधारियों ने ठिकाना लगाया है. इनमें कुछ बड़े नाम ख्वाजा शाहिद, मौलाना रहीमुल्ला तारीक, लखबीर सिंह रोडे, जियाउर रहमान, बशीर अहमद पीर, हंजला अदनान शामिल हैं.
यूं तो ये लिस्ट बहुत लंबी है. लेकिन कुछ दिनों की चुप्पी के बाद पाकिस्तान में 'अज्ञात किलर' का खौफ फिर से शुरू हो गया है. 25 दिनों में ही इन अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के 5 चोटी के मौलानाओं को मौत के घाट उतार दिया है. इनमें वैसे लोग शामिल थे जिन्होंने भारत के रिटायर्ड नेवी कमांडर कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी में अहम रोल निभाया था. आइए इन सनसनीखेज हत्याओं पर एक नजर डालते हैं.
मौलाना हमीदुल हक हक्कानी
पाकिस्तान में हाल ही में हुई हत्याओं में मौलाना हमीदुल हक हक्कानी सबसे हाई प्रोफाइल फिगर है. 57 साल का मौलाना हमीदुल हक हक्कानी 28 फरवरी 2025 को खैबर पख्तुनखवा में तब मारा गया था जब एक मदरसे में जुमे की नमाज के बाद लोग मौजूद थे. इसी दौरान एक फिदायीन ने खुद को उड़ा लिया था.

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