लापता पत्नी, 11 दिन की मिस्ट्री और फिर... मांस के एक टुकड़े से खुला फौजी की खौफनाक साजिश का राज
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क्या क्राइम क्रिमिनल को रास्ता दिखाता है? क्या क्रिमिनल दूसरे क्रिमिनल का आइडिया चुराता है? और क्या क्रिमिनल के दिमाग में चल रहे ऐसे आइडिया को मीडिया के जरिए देखकर बाकी के क्रिमिनल उसी आइडिया को अपना लेते हैं? ये सवाल जाहिर तौर पर चुभनेवाले हैं.
Hyderabad Madhavi Murder Case Disclosure: हैदराबाद पुलिस को जिस मर्डर मिस्ट्री ने पिछले 11 दिनों से उलझा रखा था, उसे मांस के एक छोटे से टुकड़े ने आखिराकर सुलझा ही दिया. इसी के साथ एक फौजी की ऐसी दहलाने वाली करतूत सामने आई, जिसे सुनने के लिए भी मजबूत कलेजा चाहिए. एक पति पूरे दस घंटे तक अपनी पत्नी की लाश के छोटे-छोटे टुकड़े करता है, फिर उन्हें गर्म पानी में उबालता है. इसके बाद उन टुकड़ों को ग्राइंडर में पीस देता है. लेकिन मांस के एक छोटे से टुकड़े ने उसकी खौफनाक करतूत को बेनकाब कर दिया.
चार मामले, एक जैसी कहानी क्या क्राइम क्रिमिनल को रास्ता दिखाता है? क्या क्रिमिनल दूसरे क्रिमिनल का आइडिया चुराता है? और क्या क्रिमिनल के दिमाग में चल रहे ऐसे आइडिया को मीडिया के जरिए देखकर बाकी के क्रिमिनल उसी आइडिया को अपना लेते हैं? इन चुभते सवालों के जवाब जानने से पहले बस आपको चार कहानी बताना चाहते हैं. इनमें दो कहानियों में दो फ्रिज हैं. एक कहानी में प्रेशर कुकर और एक कहानी में एक बकेट है. ये सब देश के अलग-अलग शहरों की बातें हैं. मगर चारों की कहानी एक है.
कहीं फ्रिज में लाश, तो कहीं कुकर में लाश के टुकड़े शुरुआत दिल्ली में श्रद्धा के टुकड़ों से होती है. जहां एक फ्रिज सामने आता है. श्रद्धा के कुछ वक्त बाद ही दूसरा फ्रिज सामने आता है. उसमें भी लाश के टुकड़े थे. फिर मुंबई के एक घर से पन्नियों में लिपटा एक कुकर सामने आता है. जिसमें एक महिला की लाश के टुकड़े उबाले गए थे और अब हैदराबाद के एक घर से पेंट का एक पुराना बकेट सामने आता है. जिसमें पानी गर्म करने वाले हीटर को डालकर एक पति अपनी पत्नी की लाश के टुक़ड़ों को नर्म कर रहा था.
10 घंटे की वारदात! तो बस इसीलिए इन चार वारदातों के जरिए ही कहीं ना कहीं इस सवाल का जवाब मिल जाता है कि हां, एक वारदात दूसरी वारदात का जाने अनजाने आइडिया दे जाती है. और इसी कड़ी में सबसे लेटेस्ट आइडिया जिसने अपनाया वो है एक नकाबपोश. उस नकाब के पीछे एक पूर्व फौजी और एक पति का चेहरा है. एक ऐसा पति जिसने पहले अपनी बीवी का कत्ल किया. फिर लाश के टुकड़े किए और उसके बाद उसे फेंकने से पहले बाकायदा उबाला. और ये सब कुछ उसने सिर्फ और सिर्फ 10 घंटे में किया.
10 दिन की हिरासत, मगर गिरफ्तारी नहीं सिर्फ हैदराबाद ही नहीं बल्कि हाल के वक्त का देश का ये शायद इकलौता ऐसा केस होगा, जिसे सुलझाने में हैदराबाद पुलिस के पसीने छुट गए. पूरे 10 दिनों तक हैदराबाद पुलिस इस केस में कुछ यूं उलझी थी कि सुलझन का कोई सिरा ही नहीं मिल रहा था. ये वो इकलौता केस था, जिसमें कातिल पूरे 10 दिनों तक पुलिस की हिरासत में था. लेकिन पुलिस की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वो उसे ऑफिशियली अरेस्ट कर पाए.
पुलिस को मिला इंसानी मांस का टुकड़ा ये वो केस था जिसमें कातिल खुद कह रहा था कि हां मैने कत्ल किया है. मगर पुलिस कत्ल का मुकदमा दर्ज करने से भी हिचकिचाती रही. ये वो केस था जो था तो एक मर्डर केस मगर पूरे 10 दिनों तक पुलिस इस केस को गुमशुदगी के तौर पर कागजों पर दिखाती रही. 10 दिन बाद फिर एक छोटा सा इंसानी मांस का टुकड़ा पुलिस के हाथ क्या लगा कि पूरा केस ही सुलझ गया.
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