
पेगासस की मुबैयना जासूसी पर मचा घमासान, विपक्ष ने उठाए सवाल, लोकसभा में सरकार ने दिया जवाब
Zee News
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री का यह बयान मीडिया में आई रिपोर्ट के मद्देनजर सामने आया है कि कुछ सियासी रहनुमाओं, सरकारी अफसरों, और सहाफियों समेत कई भारतीयों की निगरानी करने के लिये पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया था.
नई दिल्लीः सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों को सोमवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि संसद के मॉनसून सत्र से ठीक पहले लगाये गए ये इल्जाम हिन्दुस्तान की जम्हूरी निजाम की छवि को दागदार करने की कोशिश है. लोकसभा में सुआ मोटो की बुनियाद पर दिये गए अपने बयान में वैष्णव ने कहा कि जब मुल्क में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है तब किसी शख्स के जरिये गैर काूननी तरीके से निगरानी मुमकिन नहीं है. मरकजी वजीर का बयान ऐसे वक्त में काफी अहम माना जा रहा है जब मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में पेगासस सॉफ्टवेयर समेत कुछ दीगर मुद्दों पर शोर-शराबा किया. सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री का यह बयान मीडिया में आई रिपोर्ट के मद्देनजर सामने आया है कि कुछ राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों सहित अनेक भारतीयों की निगरानी करने के लिये पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया था. We can't fault those who haven't read the news story in detail & I request all members of House to examine issues on facts & logic. The basis of this report is that there is a consortium that has got access to a leaked database of 50,000 phone numbers: IT Min on 'Pegasus Project' — ANI (@ANI)More Related News