पीएम मोदी के समर्थन में उतरे ये 197 हस्तियां, खत लिखकर कर डाली बहुत बड़ी मांग
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पीएम मोदी के समर्थन में 197 हस्तियों ने खत लिखी है. इस खत में इन हस्तियों ने मांग की है कि हिंसा पर राजनीति करने वालों के खिलाफ ये कदम उठाए जाएं.
नई दिल्ली: देश के 8 पूर्व जज, 97 रिटायर्ड अधिकारियों और सशस्त्र बलों के 92 पूर्व अधिकारियों सहित देश की 197 प्रमुख हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखा है. इन हस्तियों ने कहा है कि देश में एक खास एजेंडे के तहत किए जा रहे पक्षपातपूर्ण राजनीति को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि देश भर में हिंसा पर राजनीति करने वाले लोगों को बेनकाब किया जाना चाहिए.
देश की 197 प्रमुख हस्तियों द्वारा लिखे गए इस खुले पत्र को हाल ही में 108 पूर्व नौकरशाहों द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब माना जा रहा है. लंबे समय तक अलग-अलग क्षेत्रों में देश की सेवा कर चुके इन 197 लोगों द्वारा हस्ताक्षर किए गए पत्र में एक स्वयंभू संवैधानिक आचरण समूह-सीसीजी द्वारा कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंसा पर सिर्फ राजनीति करने वाले लोगों को बेनकाब करने की मांग की गई है.
भारत में जंग से ज्यादा सैनिक शांतिकाल में जान गंवा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट में सैनिकों की अप्राकृतिक मौतों के आंकड़े देते हुए यह दावा किया गया है. 2022 में रक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि तीनों सेनाओं में पिछले पांच वर्षों में 819 आत्महत्याएं रिपोर्ट हुई हैं. इनमें 642 आत्महत्याएं आर्मी, 148 एयर फोर्स और 29 नेवी में हुई हैं.
Amit Shah launched CBI Bharatpol: भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई, देश भर की एजेंसियों के साथ सहयोग के माध्यम से आपराधिक मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सुविधा प्रदान करती है. अब भारतपोल के लॉन्च होने से, हर भारतीय एजेंसी और सभी राज्यों की पुलिस आसानी से इंटरपोल से जुड़ सकेगी.
HMPV Virus in India: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप ने वैश्विक चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारत भी इस वायरस पर नजर रखे हुए है. इसके लक्षण COVID-19 जैसे ही हैं और इसका कोई टीका नहीं है. भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि श्वसन संक्रमण में कोई खास वृद्धि नहीं होगी. इसके प्रसार को रोकने के लिए सामान्य सावधानियों की सलाह दी जाती है.
ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी. इससे पहले भारत-चीन सीमा विवाद पर भी सहमति बनाने की कोशिश हुई थी. इससे दोनों देशों के बीच संबंध पटरी पर आने की उम्मीदें बढ़ गई थी, लेकिन विस्तारवादी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और इन उम्मीदों को झटका दे रहा है.