![पत्नी के निधन की खबर आई फिर भी कोर्ट में पूरी की बहस, भावुक कर देगी पहले गृह मंत्री की ये कहानी](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2021/08/23/904948-sardar-patel.jpg)
पत्नी के निधन की खबर आई फिर भी कोर्ट में पूरी की बहस, भावुक कर देगी पहले गृह मंत्री की ये कहानी
Zee News
गुजरात (Gujarat) के नाडियाड में जन्मे सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Patel) को आजाद भारत का शिल्पकार कहा जाता है. 565 रियासतों का विलय करके उन्होंने अखंड भारत का निर्माण किया. उनका जीवन देश और समाज के नाम समर्पित रहा इसी वजह से उन्हें 'सरदार' और 'लौह पुरुष' जैसी उपाधियां मिलीं.
नई दिल्ली: देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Patel) पटेल के बारे में कहा जाता है कि उनके ऐसे नेता और कुशल प्रशासक बेहद कम होते हैं. पटेल की तुलना जर्मनी की एकता के सूत्रधार बिस्मार्क से की जाती है. इतिहास गवाह है कि बिस्मार्क ने कभी मूल्यों से समझौता किया और ना ही सरदार पटेल ने. आजादी के दौरान 562 रियासतें थीं, पटेल ने सभी को एकता के धागे में पिरोया और वो कर दिखाया जिसके बारे में कल्पना करना भी आसान नहीं था. सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात में हुआ. पिता झावेर भाई और माता का नाम लाडबा पटेल की चौथी संतान वल्लभ भाई बेहद होशियार थे. पढ़ाई लिखाई में उनकी बचपन से बहुत रुचि थी. लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद वो वकालत करने लगे. साल 1917 के आखिरी महीनों में गुजरात अकाल की समस्या से जूझ रहा था. तभी नवंबर में सरदार पटेल की महात्मा गांधी से मुलाकात हुई. अन्य लोगों की तरह महात्मा गांधी भी उनकी प्रशासकीय क्षमता से प्रभावित हुए.![](/newspic/picid-1269750-20250211080712.jpg)
पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचे हैं. यहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनका गले लगाकर स्वागत किया. फ्रांस आए पीएम मोदी एआई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अतिरिक्त मैक्रों के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की चर्चा करेंगे. इसके अलावा भारत-फ्रांस सीईओ मंच को संबोधित करेंगे.
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Aero India: राजनाथ बोले- मोटर की तरह है रक्षा क्षेत्र, ये अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को दे रहा शक्ति
कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण और अग्रणी प्रौद्योगिकियों का संगम 'एयरो इंडिया-2025' आज की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर समान विचारधारा वाले देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.