टॉय गन दिखाकर किन्नर के घर से लूटे थे एक करोड़, लुटेरों को पकड़ने पुलिस ने खंगाले 300 कैमरों के फुटेज
AajTak
मुख्य आरोपी पवन ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के दौरान व्यापार में उसे बेहद नुकसान हुआ था. उस पर लाखों का कर्ज चढ़ गया था. इसी बीच उसे पता लगा कि एक किन्नर के घर में जेवरात हो सकते हैं. जिसके बाद उसने लूट की साजिश रची. फिर वह सनी उर्फ अरमान से मिला, और कुछ लोगों को साजिश में जोड़ा. इसके बाद अरमान ने सलमान समेत दूसरे साथी से बात की.
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली और पंजाब से तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर करीब 80 लाख के जेवरात और लाखों रुपए कैश बरामद किया है. आरोपियों ने 24 मई के दिन पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में एक किन्नर के घर में लूट की वारदात को अंजाम दिया था. लूट की साजिश पवन जायसवाल नाम के शख्स ने रची थी.
24 मई को दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली कि लक्ष्मी नगर के एक घर में लूट की वारदात हुई है. पीड़ित ने शिकायत दी कि मास्क पहने हुए चार लोगों ने बंधक बनाकर पूरे घर में लूटपाट की और फरार हो गए थे. लूट की वारदात को दिन के वक्त अंजाम दिया गया था. इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
पुलिस टीम ने सबसे पहले वारदात की जगह के आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाले. उनमें संदिग्ध नजर आए तो पुलिस ने लक्ष्मी नगर से लेकर नोएडा के नया बांस तक के करीब 300 सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों की तलाशी ली. फिर नया बांस में सीसीटीवी में आरोपी नजर आए.
इस बीच, पुलिस को लक्ष्मी नगर के एक फुटेज में आरोपी एक युवक के साथ बात करते नजर आए थे. जिसके बाद पुलिस ने इस शख्स की पहचान की. इस संदिग्ध का नाम पवन जायसवाल था. पवन लक्ष्मी नगर में पान की दुकान चलाता था.
पुलिस ने पूछताछ के लिए पवन को हिरासत में ले लिया. पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अमृता गुगुलोथ के मुताबिक, पवन ने शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने उसे सीसीटीवी दिखाया तो उसने लूट की पूरी साजिश पुलिस को बता दी.
पवन ने पुलिस को बताया कि लॉक डॉउन के दौरान व्यापार में उसे बेहद नुकसान हुआ था. उस पर लाखों का कर्ज चढ़ गया था. इसी बीच उसे पता लगा कि एक किन्नर के घर में जेवरात हो सकते हैं. जिसके बाद उसने लूट की साजिश रची. फिर वह सनी उर्फ अरमान से मिला, और कुछ लोगों को साजिश में जोड़ा. इसके बाद अरमान ने सलमान समेत दूसरे साथी से बात की.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.