झारखंडः वैक्सीन के अभाव में वैक्सीनेशन पर ब्रेक, सरकार ने केंद्र पर लगाया सौतेले व्यवहार का आरोप
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28 जून को प्रदेश में 82 हजार डोज उपलब्ध थे. उनका इस्तेमाल मंगलवार यानी 29 जून को ही हो गया था. इसके बाद अब खूंटी समेत तीन जिलों को छोड़कर पूरे झारखंड में वैक्सीनेशन अभियान रोक दिया गया है. अब 2 जुलाई को वैक्सीन की छह लाख डोज आने की उम्मीद है.
कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ जारी जंग में रक्षा कवच मानी जा रही वैक्सीन को लेकर सरकार युद्ध स्तर पर अभियान चला रही है. तेजी से वैक्सीनेशन की कोशिशों को वैक्सीन की उपलब्धता के कारण झटका लगता दिख रहा है. झारखंड में कोरोना वैक्सीन समाप्त होने के कारण 30 जून को वैक्सीनेशन अभियान पर ब्रेक लग गया है.More Related News
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.