गुजरात चुनाव: कांग्रेस ने जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट, थरूर-आनंद शर्मा-मनीष तिवारी के नाम गायब
Zee News
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले कांग्रेसी सांसद शशि थरूर का नाम इस लिस्ट से गायब है. वहीं आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला के नाम भी लिस्ट में नहीं हैं.
नई दिल्ली. कांग्रेस ने मंगलवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में सोनिया, राहुल, प्रियंका समेत गांधी परिवार के तीनों सदस्य शामिल हैं तो वहीं नए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी जगह दी गई है. लेकिन इस लिस्ट में कई वरिष्ठ नेताओं के नाम नहीं हैं जिन पर चर्चा तेज हो गई है. हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले कांग्रेसी सांसद शशि थरूर का नाम इस लिस्ट से गायब है. वहीं आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला के नाम भी लिस्ट में नहीं हैं. Congress releases a list of star campaigners for .
जी-23 ग्रुप के सदस्य रहे हैं तीनों नेता बता दें कि शर्मा, थरूर और तिवारी तीनों ही कांग्रेस के जी-23 ग्रुप के सदस्य रहे हैं. इस ग्रुप के सदस्यों ने 2020 में एक खत लिखकर पार्टी में सांगठनिक बदलाव और एक फुट टाइम अध्यक्ष की मांग की थी. थरूर ने गांधी परिवार के समर्थित कैंडिडेट कहे जा रहे मल्लिकार्जुल खड़गे के समक्ष अध्यक्ष पद का चुनाव भी लड़ा जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. Party chief Malliakrjun Kharge, UPA chairperson Sonia Gandhi, party MP Rahul Gandhi, general secy Priyanka Gandhi Vadra, CMs Ashok Gehlot-Bhupesh Baghel, Sachin Pilot, Jignesh Mevani, Kanhaiya Kumar to campaign.
HMPV Virus in India: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप ने वैश्विक चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारत भी इस वायरस पर नजर रखे हुए है. इसके लक्षण COVID-19 जैसे ही हैं और इसका कोई टीका नहीं है. भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि श्वसन संक्रमण में कोई खास वृद्धि नहीं होगी. इसके प्रसार को रोकने के लिए सामान्य सावधानियों की सलाह दी जाती है.
ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी. इससे पहले भारत-चीन सीमा विवाद पर भी सहमति बनाने की कोशिश हुई थी. इससे दोनों देशों के बीच संबंध पटरी पर आने की उम्मीदें बढ़ गई थी, लेकिन विस्तारवादी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और इन उम्मीदों को झटका दे रहा है.