
किसी भी घटना का बेस्ट जज खुद पीड़ित होता है- कोलकाता हाईकोर्ट
Zee News
मां के गवाही से मुकरने के बाद भी सौतेले पिता को कोर्ट ने 14 साल की सजा सुनायी थी. कोलकोता हाईकोर्ट ने सेशन कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए नाबालिग की तारीफ की.
नई दिल्ली: कोलकोता हाईकोर्ट ने पॉक्सो से जुड़े एक केस में एक पीड़िता नाबालिग के बयानों को बेहद अहम मानते हुए आरोपी सौतेले पिता की सजा को बरकरार रखा है. इसके बावजूद कि इस केस में अहम गवाह के तौर पर शामिल खुद पीड़िता की मां भी अपने ही बयानों से पलट गयी थी.
हाईकोर्ट ने जज की तारीफ की! जस्टिस शेखर बी सराफ और जस्टिस के डोम भूटियाा ने पॉक्सो अदालत के फैसले के तहत दी गयी सजा को बरकरार रखते हुए कहा कि किसी भी घटना का पीड़ित सबसे बेस्ट जज होता है. इस मामले में यौन उत्पीड़न की शिकार पीड़िता के सबूत सजा के लिए पर्याप्त हैं.
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