
कहानीकार Manzoor Ahtesham का निधन, 'सूखा बरगद, दास्तान-ए-लापता’ जैसे चर्चित उपन्यास लिखे थे
Zee News
मंजूर एहतेशाम (Manzoor Ahtesham) का जन्म 3 अप्रैल, 1948 को भोपाल में हुआ था. उनके घरवाले चाहते थे कि वे इंजीनियर बनें, पर वो लेखक बनना चाहते थे. उनकी पहली कहानी 'रमज़ान में मौत' साल 1973 में छपी, वहीं पहला उपन्यास 'कुछ दिन और' 1976 में प्रकाशित हुआ.
भोपाल: देश के मशहूर कहानीकार पद्मश्री मंजूर एहतेशाम (Manzoor Ahtesham) का भोपाल (Bhopal) 73 साल की उम्र में एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की वजह से निधन हो गया. पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार-सोमवार की रात में 12 बजे के आसपास उन्होंने शहर के पारूल अस्पताल में अंतिम सांस ली. अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि वह एक सप्ताह पहले कोरोना वायरस की चपेट में आ गये थे, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. गौरतलब है कि ये अजीब संयोग है कि ढेरों कहानियां रचने वाले मंजूर एहतेशाम की पहली कहानी का नाम 'रमजान में मौत' था और वह इसी रमजान के पाक महीने में इस दुनिया से विदा हो गए.More Related News